आधा अधूरा राज्य, आंदोलनकारियों के सपनों का प्रदेश नहीं: कुकरेती
विकासनगर उत्तराखंड क्रांतिदल के नव मनोनीत कार्यकारी केंद्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती के विकासनगर पहुंचने पर आंदोलनकारियों और उक्रांद कार्यकत्र्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: उत्तराखंड क्रांतिदल के नव मनोनीत कार्यकारी केंद्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती के विकासनगर पहुंचने पर आंदोलनकारियों और उक्रांद कार्यकत्र्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश को बचाने के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने संगठन की मजबूती को प्राथमिकता देने की बात भी कही।
उक्रांद के कार्यकारी केंद्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती ने विकासनगर में डाकपत्थर रोड स्थित उक्रांद कार्यालय पर कार्यकत्र्ताओं और राज्य आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के निर्माण को लेकर आंदोलनकारियों ने अलग तरह का सपना देखा था। उन्होंने कहा कि जिस राज्य की जंगल, जमीन किन्हीं दूसरे प्रदेश के पास रहे ऐसा अधूरा राज्य बनाना उनका मकसद नहीं था। उन्होंने कहा कि आज के समय में भी काफी संख्या में उत्तराखंड की संपत्तियां उत्तर प्रदेश के अधिकार क्षेत्र में हैं। इसके अतिरिक्त पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी के प्रदेश के काम आने की आंदोलनकारियों की सोच भी पूरी नहीं हो सकी है। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद से अभी तक 25 लाख युवाओं ने पलायन किया है जो कि चिता का विषय है। प्रदेश में रोजगार की पूरी व्यवस्था ठेकेदारों के आधीन है। वह अपने हिसाब से रोजगार उपलब्ध कराकर युवाओं का शेाषण करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भू कानून को लागू करके प्रदेश की संपत्तियों को बचाने का काम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले उन्हें पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य करना है। इसके पश्चात प्रदेश को बचाने की रणनीति पर काम शुरू किया जाएगा। स्वागत कार्यक्रम में पूव केंद्रीय उपाध्यक्ष शैलेश गुलेरी, महामंत्री जयप्रकाश उपाध्याय, उपाध्यक्ष देवेंद्र कंडवाल, भजन सिंह, मायाराम ममगाई, देवेश्वरी, बिडालिया, मोहन प्रसाद नैनवाल, बीना पंवार, नरेंद्र कुकरेती, अमजद मिर्जा, यशपाल गुंसाई, वीरेंद्र नेगी, चंदन सिंह सजवाण, आत्माराम यादव, सुंदर लाल गैरोला, राजेंद्र वशिष्ठ, मुन्नी नौटियाल, सरोज, अंजू भटट, विजय भटट, जावेद, प्रमिला आदि उपस्थित रहे।