फेडिज में सिचाई गूल का दूषित पानी पीने को मजबूर लोग

त्यूणी सीमांत अटाल पंचायत के फेडिज गांव में जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित पेयजल योजना के निर्माण को लेकर तहसील प्रशासन ने मौके की जांच के बाद विस्तृत रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रेषित की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 08:02 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 08:02 PM (IST)
फेडिज में सिचाई गूल का दूषित पानी पीने को मजबूर लोग
फेडिज में सिचाई गूल का दूषित पानी पीने को मजबूर लोग

संवाद सूत्र, त्यूणी: सीमांत अटाल पंचायत के फेडिज गांव में जल जीवन मिशन के तहत प्रस्तावित पेयजल योजना के निर्माण कार्य को लेकर तहसील प्रशासन ने मौके की जांच के बाद विस्तृत रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रेषित की है। प्रशासनिक जांच रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि फेडिज में बनी लघु सिचाई गूल की हौज से प्लास्टिक के पाइप जोड़कर लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। गांव में सरकार की कोई पेयजल योजना नहीं बनी है। तहसील प्रशासन ने जनहित में गांव के प्रस्तावित जलस्त्रोत से पेयजल लाइन का निर्माण शीघ्र शुरू कराने पर जोर दिया है। इससे स्थानीय ग्रामीणों को घरों में पीने का शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके।

फेडिज गांव के लिए जल जीवन मिशन के तहत पेयजल योजना स्वीकृत है। इसके निर्माण कार्य की जिम्मेदारी कार्यदाई संस्था उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम शाखा विकासनगर के पास है। निगम ने पेयजल योजना के निर्माण को दो बार टेंडर भी लगाए पर गांव में दो गुटों के बीच आपसी विवाद के चलते टेंडर प्रक्रिया फिलहाल स्थगित कर दी गई। पेयजल योजना के निर्माण के संबंध में अपर जिलाधिकारी प्रशासन के निर्देश पर तहसील प्रशासन त्यूणी ने कुछ दिन पहले मौके पर जाकर जांच की थी। एडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार जितेंद्र सिंह नेगी, राजस्व उपनिरीक्षक श्याम सिंह तोमर और राजस्व उपनिरीक्षक सुरेशचंद जिनाटा ने फेडिज में जाकर पेयजल योजना की स्थिति जांची। मौके की स्थिति और कुछ स्थानीय परिवारों से पूछताछ के बाद तहसील प्रशासन ने पेयजल योजना के संबंध में अपनी विस्तृत जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी है।

एडीएम को प्रेषित जांच रिपोर्ट में नायब तहसीलदार ने इस बात की पुष्टि की है कि फेडिज गांव में करीब 19 परिवार रहते हैं और एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय भी है। ग्रामीण परिवार अलग-अलग जगह पर बसे हुए हैं। यहां बस्ती क्षेत्र के लिए सरकार की कोई पेयजल योजना नहीं है। गांव में पेयजल का कोई भी स्टैंड पोस्ट व हैंडपंप की सुविधा भी नहीं है। स्थानीय ग्रामीणों ने बस्ती क्षेत्र के ऊपर बनी लघु सिचाई गुल की एक खुली हौज से अपने निजी संसाधनों के जरिए रबड़ के पाइप जोड़कर घरों के लिए जैसे-तैसे पेयजल की व्यवस्था करते है। पेयजल योजना की कमी से बस्ती निवासी सिचाई गुल का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। प्रशासनिक जांच रिपोर्ट से फेडिज में बनने वाली जल जीवन मिशन की नवीन पेयजल योजना के निर्माण कार्य का रास्ता साफ हो गया है। पेयजल योजना बनने से स्थानीय परिवारों को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध हो सकेगा।

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