Space Settlement Design Competition: अंतरिक्ष सेटेलमेंट प्रतियोगिता में छाए दून स्कूल के छात्र , टाप-5 में बनाई जगह

द दून स्कूल के दस छात्रों को कैनेडी स्पेस सेंटर (फ्लोरिडा) अमेरिका की नेशनल स्पेस सोसायटी की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सेटेलमेंट डिजाइन प्रतियोगिता का हिस्सा बनने का मौका मिला। इन छात्रों ने अपनी क्षमता का बेहतर परिचय देते हुए छह अंतरिक्ष बस्तियों को डिजाइन कर शीर्ष पांच टीम में जगह बनाई।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 01:43 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 01:43 PM (IST)
Space Settlement Design Competition: अंतरिक्ष सेटेलमेंट प्रतियोगिता में छाए दून स्कूल के छात्र , टाप-5 में बनाई जगह
अंतरिक्ष सेटेलमेंट प्रतियोगिता में छाए दून स्कूल के छात्र , टाप-5 में बनाई जगह।

जागरण संवाददाता, देहरादून। द दून स्कूल के दस छात्रों को कैनेडी स्पेस सेंटर (फ्लोरिडा) अमेरिका की नेशनल स्पेस सोसायटी की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सेटेलमेंट डिजाइन प्रतियोगिता का हिस्सा बनने का मौका मिला। इन छात्रों ने अपनी क्षमता का बेहतर परिचय देते हुए छह अंतरिक्ष बस्तियों को डिजाइन कर शीर्ष पांच टीम में जगह बनाई।

द दून स्कूल से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, छात्र सोहम अग्रवाल, अर्णव प्रताप चौधरी, मयंक अग्रवाल, हर्षवर्धन मस्कारा, श्रीवर कनुडिया, युवराज सारदा, स्पर्श गांधी, रोहन तनेजा, केशव बगरोदिया और स्वानिक गर्ग अंतरिक्ष सेटेलमेंट डिजाइन प्रतियोगिता के 28वें सत्र का हिस्सा बने। यह प्रतियोगिता भविष्य के अंतरिक्ष शहर पर चर्चा, डिजाइन से संबंधित एयरोस्पेस उद्योग के इंजीनियरों आदि को अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करती है।

दून स्कूल के छात्रों की टीम ने क्वालीफाइंग राउंड को पार किया और फाइनल में टीम को वल्चर एविएशन कंपनी बनाने के लिए अमेरिका, युनाइटेड किंगडम (यूके), अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, उरुग्वे व फिलिस्तीन की टीमों के साथ जोड़ा गया। टीम के सभी सदस्यों ने कंपनी में अलग-अलग जिम्मेदारी निभाते हुए छह अंतरिक्ष बस्तियों का डिजाइन तैयार किया। डिजाइन की निर्णायक मंडल ने काफी सराहना की।

सीबीएसई ने 12वीं का रोका परिणाम किया जारी

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पोर्टल पर स्कूलों की तरफ से गलत जानकारी भरने से अटका 12वीं के छात्रों का परिणाम बुधवार दोपहर जारी हो गया। बोर्ड ने इसी 30 जुलाई को 12वीं का परिणाम जारी किया था। कोरोना के चलते सीबीएसई ने इस दफा 10वीं और 12वीं की परीक्षा नहीं कराई। ऐसे में छात्रों को बिना परीक्षा अंक देने के लिए अलग-अलग फार्मूला तैयार किया गया। स्कूलों को इसी फार्मूला के आधार पर छात्रों को अंक देने के साथ बोर्ड के पोर्टल पर उनसे जुड़ी अन्य जानकारियां भरनी थीं। लेकिन, तमाम स्कूलों ने फार्मूला से इतर अंक देने के साथ ही छात्रों का रोल नंबर, नाम, जन्मतिथि गलत भर दी।

इसके चलते सीबीएसई ने उक्त स्कूलों का परिणाम रोक दिया। इसमें देहरादून रीजन के भी 60 स्कूल शामिल थे। इन स्कूलों में 12वीं में पंजीकृत 2800 छात्र-छात्राएं परिणाम जारी नहीं होने से परेशान थे। सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि छात्रों के हित को देखते हुए परिणाम जारी नहीं किया गया था। अब स्कूलों की तरफ से सही जानकारी पोर्टल में दर्ज किए जाने के बाद इन छात्रों का परिणाम जारी कर दिया गया है।

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