Shardiya Navratri 2020:अष्टमी और नवमी के पूजन और कन्या जिमाकर लिया आशीर्वाद
अष्टमी व नवमी पर कन्या पूजन के साथ ही आज द्रोणनगरी में मां का अशीर्वाद लिया जा रहा है। कन्या जिमाकर माता के भक्तों ने नवरात्र का उध्यापन किया। उत्तम संयोग के बीच ज्यादातर लोग नवमी तिथि पर ही कन्या पूजन कर रहे हैं।
देहरादून, जेएनएन। अष्टमी व नवमी पर कन्या पूजन के साथ ही आज द्रोणनगरी में मां का अशीर्वाद लिया जा रहा है। कन्या जिमाकर माता के भक्तों ने नवरात्र का उध्यापन किया। उत्तम संयोग के बीच ज्यादातर लोग नवमी तिथि पर ही कन्या पूजन कर रहे हैं। अष्टमी सुबह छह बजकर 57 मिनट तक ही थी और इसके बाद नवमी शुरू हो गई, जिसमें कन्या पूजन के साथ ही माता रानी की कृपा प्राप्त करने का उत्तम संयोग है।
शनिवार को माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर महादेव में नवमी तिथि आरंभ होने के बाद कन्या पूजन किया गया। मंदिर के संस्थापक आचार्य विपिन जोशी ने कहा कि नवरात्र के बाद भी पूरे साल माताओं, बहनों व कन्याओं का सम्मान किया जाना चाहिए।
श्री मां कालिका मंदिर में भी कन्या पूजन के साथ दुर्गा सप्तशती का पाठ भी संपन्न हुई। आचार्य चंद्र प्रकाश ममगाईं ने नवरात्र का महत्व बताते हुए कहा कि नवरात्र में देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में देवी के महागौरी और सिद्धिका स्वरूप की पूजा-अर्चना की गई और श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ भी जारी है।
मंदिर के दिगंबर दिनेश पुरी ने कहा कि शनिवार शाम को सूक्ष्म गरबा का आयोजन भी है। इसके अलावा शहरभर में घरों में कन्या जिमाने का सिलसिला चल रहा है। कहीं-कहीं लोग कन्याओं को उनके घर जाकर ही जिमा रहे हैं। मंदिरों में दिनभर पूजन का क्रम जारी रहेगा। जबकि, शाम को भजन संख्या और आरती की जाएगी।
धर्म नगरी हरिद्वार में अष्टमी नवमी का पूजन एक साथ
शारदीय नवरात्र पर्व पर महानगर में श्रद्धालुओं ने अष्टमी महागौरी मां एवं नवम सिद्धीदात्री देवी की मन्दिरों में जाकर श्रद्धा भक्ति भाव से पूजा-अर्चना और नौ दिन से चल रहे व्रत का कन्या जिमाकर व्रत तोड़ा। स्थानीय मन्दिरों में प्रातः से ही श्रद्धालुओं का तांता लग गया था। मन्दिरों में अष्टमी महागौरी एवं नवम सिद्धीदात्री देवी की पूजा-अर्चना करने के लिये भक्तजनों की अपार भीड़ लगी रही। कई मन्दिरों में तो लोगों को पूजा-अर्चना करने के लिये लाइनें भी लगानी पड़ी। नगर के प्रमुख मन्दिरों में प्राचीन चंडी देवी मन्दिर, मनसा देवी मंदिर, माया देवी मंदिर, दुर्गा मन्दिर, वैष्णों देवी मन्दिर, शीतला मन्दिर सहित कई मन्दिरों में भीड़ रही। श्रद्धालुओ ने कन्याओं को घर में बुलाकर चरण धुलवाए। इसके बाद टिका कर प्रसाद वितरित किया। साथ ही सामर्थ्य के अनुसार दक्षिणा ओर उपहार भेंट किये।