कारगिल में अदम्य साहस का परिचय देने वाले शहीद देवेंद्र प्रसाद की याद में बनेगा शहीद द्वार

कारगिल युद्ध में अदम्य साहस शौर्य और वीरता का परिचय देते हुए दुश्मन को नेस्तनाबूत कर शहीद लांस नायक देवेंद्र प्रसाद बुटोला ने मां भारती के चरणों में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। सोमवार को महापौर सुनील उनियाल गामा ने बल्लूपुर स्थित उनके आवास पर पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 02:01 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 02:01 PM (IST)
कारगिल में अदम्य साहस का परिचय देने वाले शहीद देवेंद्र प्रसाद की याद में बनेगा शहीद द्वार
कारगिल में अदम्य साहस का परिचय देने वाले शहीद देवेंद्र प्रसाद की याद में बनेगा शहीद द्वार।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कारगिल युद्ध में अदम्य साहस, शौर्य और वीरता का परिचय देते हुए दुश्मन को नेस्तनाबूत कर शहीद लांस नायक देवेंद्र प्रसाद बुटोला ने मां भारती के चरणों में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। सोमवार को महापौर सुनील उनियाल गामा ने बल्लूपुर स्थित उनके आवास पर पहुंचकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। साथ ही उनकी पत्नी नंदी देवी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। महापौर ने शहीद की स्मृति में जल्द ही उनके कालोनी के मुख्य द्वार पर शहीद द्वार बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मां भारती के अमर वीर बलिदानी सैनिकों का सम्मान ही हमारा स्वाभिमान है। अमर शहीद सपूतों पर चिरकाल तक प्रत्येक भारतवासी को गर्व रहेगा। इस कार्यक्रम में वीर भूमि फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेश रावत व उनकी टीम का सहयोग रहा। इस अवसर पर पार्षद शुभम नेगी, अनिल डबराल, चंद्रसागर उनियाल, अतुल बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

युवाओं को सेना में जाने को किया प्रेरित

संयुक्त नागरिक संगठन के आह्वान पर विभिन्न संगठनों के लोग गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर एकत्र हुए और शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। साथ ही उनकी याद में दीप जलाए। इस दौरान कारगिल शहीद प्रेम बहादुर थापा के भाई सुनील थापा को सम्मानित किया गया। राजकीय आवासीय विद्यालय राजपुर रोड के प्रधानाचार्य हुक्म सिंह उनियाल के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं और तिब्बती संगठन की महिलाओं ने ऐ मेरे वतन के लोगों ... गीत की प्रस्तुति दी।

वहीं वीरेंद्र डंगवाल व जितेंद्र डंडोना के साथ ही जसबीर हलधर ने वीर रस की कविता सुनाई। वहीं वक्ताओं ने युवा पीढ़ी से देश के लिए जान देने वाले शहीदों के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। इस दौरान सुशील त्यागी, कर्नल बीएम थापा ,जीएस जस्सल, डा. मुकुल शर्मा, प्रदीप कुकरेती, मुकेश नारायण शर्मा, दिनेश भंडारी, आरिफ खान, मोहन खत्री, क्लेमेनटाउन तिब्बती महिला संगठन से डी चेन, पासंग, डोलमा तेनजिंग आदि उपस्थित रहे।

पौधारोपण कर दी श्रद्धांजलि

आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कारगिल विजय दिवस पर सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर परिसर निदेशक प्रो. राधावल्लभ सती ने पौधारोपण भी किया। उन्होंने विभिन्न संस्मरण के जरिये भारतीय सेना की वीर गाथा पर प्रकाश डाला। डा. नवीन जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में हमेशा से त्याग बलिदान की परंपरा रही है और कारगिल युद्ध में भी इसकी बानगी दिखी। डा. राजीव कुरेले ने कहा कि जिस भावना और शौर्य के साथ सीमा पर हमारे सैनिक कार्य कर रहे हैं, उसी भावना के साथ अगर हम भी अपने कार्य करेंगे तो यह सच्चे अर्थों में उनको श्रद्धांजलि होगी।

साइकिलिस्ट व धावकों ने दी श्रद्धांजलि

दून के साइकिलिस्ट व धावकों ने कारगिल विजय दिवस पर गढ़ी कैंट के चीड़बाग स्थित युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। टीम में शामिल पूर्व सैन्य अधिकारियों ने युवाओं को कारगिल विजय दिवस के बारे में जानकारी भी दी। सेवानिवृत कर्नल संजीव थापा और कर्नल अनिल गुरुंग ने सैन्य स्मारकों या सैन्य स्थलों में पुष्प अॢपत करने की विधि यानी रीथ लेइंग के बारे में भी बताया। इस अवसर पर आलोक क्षेत्री, गोपाल, अंजलि भंडारी, पूनम भंडारी, वंदना बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

शिवसेना ने दी श्रद्धांजलि

शिवसेना ने कारगिल विजय दिवस पर गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अॢपत की। प्रदेश प्रमुख गौरव कुमार ने कहा कि आज के दिन देश अपने सैनिकों पर गर्व कर विजय दिवस मनाता है। वहीं शहीदों के शहादत पर सबकी आंखें नम हो जाती हैं। इस दौरान पंकज तायल, अशोक शर्मा, जितेंद्र निर्वाल, विकास मल्होत्रा, रोहित बेदी, विकास सिंह, हर्ष सिंघल, राजेश भट्ट, जगपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

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