डेंगू के रोकथाम की जानकारी देगी सेवन प्लस

जागरण संवाददाता ऋषिकेश अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के सोशियल आउटरीच सेल की ओर से डेंगू की रोकथाम को लेकर कम्युनिटी में किए गए कार्यों पर आधारित सेवन प्लस-आप सभी को डेंगू के बारे में जानने की जरूरत है नामक पुस्तक का प्रकाशन किया गया है। यह जनभागीदारी से डेंगू मच्छरों की रोकथाम और उन्मूलन के लिए एक समुदाय आधारित पहल है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 09:09 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 09:09 PM (IST)
डेंगू के रोकथाम की जानकारी देगी सेवन प्लस
डेंगू के रोकथाम की जानकारी देगी सेवन प्लस

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के सोशियल आउटरीच सेल की ओर से डेंगू की रोकथाम को लेकर कम्युनिटी में किए गए कार्यों पर आधारित <ष्ठक्चरु-क्तञ्जस्>सेवन प्लस-आप सभी को डेंगू के बारे में जानने की जरूरत है'' नामक पुस्तक का प्रकाशन किया गया है। यह जनभागीदारी से डेंगू मच्छरों की रोकथाम और उन्मूलन के लिए एक समुदाय आधारित पहल है।

संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में पुस्तक का लोकार्पण करते हुए एम्स निदेशक और सीईओ प्रोफेसर रवि कांत ने सेवन प्लस पुस्तक के लेखक डॉ. संतोष कुमार के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि रोगों के फैलने व महामारी का स्वरूप धारण करने से पूर्व ही इस तरह के काम को सार्वजनिक स्वास्थ्य की चिता करते हुए सामुदायिक स्तर पर करने का प्रयास किया जाना चाहिए। प्रकाशित पुस्तक के बाबत संस्थान के सामुदायिक एवं परिवार चिकित्सा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व एम्स आउटरीच सेल के नोडल ऑफिसर डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि यह पुस्तक डेंगू के विभिन्न पहलुओं पर एक पूर्ण और व्यापक दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि डेंगू और अन्य मच्छर जनित बीमारियां एक सामाजिक समस्या हैं। इनके निवारण के लिए समुदाय को आगे आना होगा। इस पुस्तक में डेंगू से निपटने में आमजन की भूमिका व जनसहभागिता पर जोर दिया गया है।

संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रो. मनोज गुप्ता ने डेंगू के लिए इस सामुदायिक पहल की प्रशंसा की, साथ ही उन्होंने कैंसर और हृदय रोग जैसे गैर संचारी रोगों के लिए मजबूत सामुदायिक कार्यक्रमों की जरूरत पर जोर दिया। कम्युनिटी एंड फैमिली मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. वर्तिका सक्सेना ने कहा कि पुस्तक के तौर पर आमजन के लिए यह एक आसान पठन सामग्री है और यह उन सभी के लिए अनुकूल है जो डेंगू के बारे में अधिक जिज्ञासा रखते हैं व इस जानलेवा बीमारी के विषय में जागरूकता बढ़ाना चाहते हैं। सीनियर लाइब्रेरियन संदीप कुमार सिंह ने कहा कि यह पुस्तक ऑनलाइन स्त्रोतों में उपलब्ध है। यह पहल उन कई प्रयासों के लिए एक आशाजनक उपक्रम है जिन्हें भारत के युवा प्राप्त करने का प्रयास कर सकते हैं।

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