राज्य में प्रचंड बहुमत की भाजपा सरकार ने जनता को किया निराश: नेगी
विकासनगर सहसपुर स्थित धर्मशाला सभागार में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी का जिला सम्मेलन शनिवार से शुरू होगया। सहसपुर में आयोजित इस सम्मेलन में वक्ताओं ने वर्तमान प्रदेश और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: सहसपुर स्थित धर्मशाला सभागार में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का दो दिवसीय 16वां जिला सम्मेलन शनिवार को शुरू हो गया। सम्मेलन में भाकपा कार्यकत्र्ताओं ने भारत बंद का समर्थन किया।
सहसपुर में तीन सदस्यीय मंडल अध्यक्षीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पार्टी के राज्य सचिव राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि यूपीए द्वितीय सरकार की विफलताओं का लाभ उठाते हुए वर्ष 2014 में भाजपा सरकार ने सबका साथ-सबका विकास के लुभावने नारे के साथ भारी बहुमत हासिल किया, लेकिन पहले ही कार्यकाल में सबसे विफल सरकार साबित हुई। उन्होंने कहा कि अपनी विफलताओं को छिपाने के लिये सरकार ने सांप्रदायिक एजेंडे पर काम करना शुरू किया। उन्होंने आरोप लगाया कि देश को चंद मुट्ठीभर घरानों के हाथों बेचा जा रहा है। राज्य में प्रचंड बहुमत की भाजपा सरकार ने जनता को निराश किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में बार-बार मुख्यमंत्रियों का बदला जाना भाजपा की आंतरिक गुटबाजी का ही परिणाम है। भाजपा की नीतियां जनता पर आर्थिक बोझ डालने के लिये जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि कोविड काल में लचर सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था और महंगे नीजी अस्पतालों का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ा। कहा कि सरकार के तीन किसान विरोधी कानूनों के कारण पिछले नौ माह से भी अधिक समय से इन कानूनों के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। सम्मेलन में राज्य सचिव मंडल के नेता सुरेंद्र सिंह सजवाण ने कहा कि हरिद्वार कुंभ मेले की व्यवस्था की आड़ में भ्रष्टाचार जनता के सामने है। कोविड काल में आमजनता को सहायता नहीं मिली। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष शिव प्रसाद देवली ने कहा कि तीन कृषि कानून किसान विरोधी हैं। 27 सितंबर को भारत बंद की तैयारी में किसान संगठन दिनरात एक कर रहे हैं। सचिव मंडल की कामरेड इंदु नौडियाल ने महिलाओं की समस्याओं पर विचार रखे। सचिव मंडल की स्थानीय कमेटी सदस्य कमरूद्दीन ने पार्टी का झंडा फहराया। प्रतिनिधियों ने शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर पूर्व ग्राम प्रधान सुंदर थापा, कारबारी प्रधान माला गुरूंग, लेखराज, अनंत आकाश, शंभू प्रसाद ममगाईं, कृष्ण गुनियाल, याकूब अली, सत्य प्रकाश, साधूराम,मामचंद, भगवंत पयाल, विजय भट्ट, पुरुषोत्तम बडोनी, शेरसिंह, हिमांशु, गगन गर्ग, मनीष, राजेश, अर्जुन सिंह रावत, रंजन सोलंकी, गयूर अहमद, प्रमोद शर्मा, अशोक चौधरी, एनएस पंवार, जितेंद्र गुप्ता, शैलेंद्र, नितिन, इंद्रेश, शिशुपाल, अमर बहादुर, गुमान सिंह, वहीद, इस्लाम आदि मौजूद रहे। सम्मेलन में शहीदों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया।