दिनभर चला सर्च ऑपरेशन, लेकिन नहीं लगा सुराग

जागरण संवाददाता, विकासनगर: शक्तिनहर व इंटेक में झिटाड़ के युवक की तलाश में एसडीआरए

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 03:00 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 03:00 AM (IST)
दिनभर चला सर्च ऑपरेशन, लेकिन नहीं लगा सुराग
दिनभर चला सर्च ऑपरेशन, लेकिन नहीं लगा सुराग

जागरण संवाददाता, विकासनगर: शक्तिनहर व इंटेक में झिटाड़ के युवक की तलाश में एसडीआरएफ ने रविवार को मोर्चा संभाला। बोट के जरिए एसडीआरएफ, जल पुलिस की टीमों ने ढकरानी पावर हाउस इंटेक व नहर में युवक को तलाश किया। शक्तिनहर का पानी कम कराया गया। एसडीआरएफ ने नहर में जगह-जगह कांटे फेंके, कैमरा पानी में डालकर कोशिश की, लेकिन अभी तक युवक का कोई सुराग नहीं लग पाया। वहीं पुलिस ने युवक के अपहरण मामले में नामजद दोनों आरोपितों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

दरअसल 16 जनवरी से लापता झिटाड़ निवासी मोती ¨सह के के पिता तारा ¨सह ने 17 जनवरी को कोतवाली में बेटे के अपहरण में दो आरोपितों अहसान व नदीम के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। तारा सिंह ने अनहोनी की आशंका जतायी थी। इस पर जल पुलिस से शक्तिनहर में सर्च अभियान चलया, लेकिन शनिवार रात लोगों ने कोतवाली का घेराव कर युवक का सुराग जल्द लगाने के लिए एसडीआरएफ टीम को भी रेस्क्यू में शामिल करने की मांग की थी। रविवार को एसडीआरएफ टीम पूरे संसाधनों के साथ इंटेक पहुंची। नहर का पानी कम कराकर टीम ने सर्च अभियान चलाया। पानी में कांटे डाले गए, कैमरे भी डाले गए, लेकिन मोती का कुछ पता नहीं चल पाया। एसपी देहात पदमेंद्र डोभाल के अनुसार मामले में मुख्य दोनों आरोपितों से पूछताछ की जा रही है, जिन्होंने भी खाने पीने के दौरान झगड़ा होने पर मोती को नहर में डालने की बात स्वीकारी है, लेकिन अभी तक नहर में मोती का पता नहीं चल पाया है। सोमवार को भी तलाश जारी रहेगी। वहीं, एडीएम अर¨वद पांडेय ने भी रविवार देर शाम नगर क्षेत्र में पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली और कानून व्यवस्था कड़ी रखने के निर्देश पुलिस को दिए।

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पुलिस ने शुरुआत में हल्के में लिया मामला

विकासनगर: रविवार को नगर के डाकपत्थर तिराहे पर दिल्ली यमुनोत्री हाईवे जाम कर रही आक्रोशित भीड़ के उग्र रूप को देखकर देहरादून के थानों तक से पुलिस बुलानी पड़ी। शुरुआत में पुलिस ने मामले को हल्के में लिया, लेकिन भीड़ बढ़ने पर नारेबाजी व जबरन बाजार बंद कराने पर पुलिस व प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में भारी संख्या में पुलिस व पीएसी मंगायी गयी। देहरादून शहर कोतवाली कोतवाल एसएस नेगी, थानाध्यक्ष सहसपुर नरेश राठौर, एसओ प्रेमनगर दिलबर नेगी, कालसी थानाध्यक्ष विपिन बहुगुणा भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस बल ने माहौल संभालने के लिए सुबह से ही लोगों को समझाते रहे। दो प्लाटून पीएसी भी मौके पर मंगाने पर पूरा बाजार पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस के पास लाठीचार्ज के दौरान हेल्मेट, सुरक्षा जैकेट आदि की कमी भी दिखाई दी, लेकिन कम संसाधन के बाद भी पुलिस ने स्थिति को संभाला और जाम लगाकर पथराव करती भीड़ को खदेड़ा।

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गलियों में किया फ्लैग मार्च

विकासनगर: आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के बाद पुलिस ने मुख्य बाजार व नगर की गलियों में फ्लैग मार्च किया। पुलिस ने माइक से एनाउंस कर व्यापारियों से दुकान खोलने की अपील की। पुलिस के फ्लैग मार्च से कानून व्यवस्था में सुधार हुआ। दरअसल जबरन बाजार बंद कराने से व्यापारियों में आक्रोश देखा गया। कई व्यापारियों ने कहा कि यदि व्यापार मंडल को विश्वास में लेकर बाजार बंद करने की मांग की जाती, तो व्यापारी स्वत: ही बाजार बंद कर लेते, लेकिन जिस तरह से जबरन बाजार बंद कराया गया। वह तरीका सही नहीं था।

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