महापंचायत में जुटेंगे 39 खतों के अनुसूचित जाति के स्याणा

विकासनगर भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने अनुसूचित जाति के स्याणा की महापंचायत बुलाने की तैयारी की है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 09:02 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 09:02 PM (IST)
महापंचायत में जुटेंगे 39 खतों के अनुसूचित जाति के स्याणा
महापंचायत में जुटेंगे 39 खतों के अनुसूचित जाति के स्याणा

जागरण संवाददाता, विकासनगर: भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने कहा कि 39 खतों के अनुसूचित जाति के स्याणा की शीघ्र महापंचायत बुलाकर महत्वपूर्ण बिदुओं पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि महापंचायत में इस पर चर्चा की जाएगी कि जौनसार-बावर में कैसे संवैधानिक व्यवस्था लागू हो।

शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान मंच के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि 24 जून 1967 में गजट नोटिफिकेशन से यह क्षेत्र अनुसूचित जाति जनजाति जौनसारी के नाम से घोषित किया गया। इस क्षेत्र में भारतीय संविधान में दी गई व्यवस्था को पूरी तरह से लागू नहीं होने दिया जा रहा है। सवर्ण जाति के व्यक्ति पूरी तरीके से आजादी से लेकर आज तक आरक्षण का लाभ हर जगह ले रहे हैं। वहीं, अनुसूचित जाति का उत्पीड़न भी किया जा रहा है। भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने सवाल उठाया कि आखिर ऐसी क्या जरूरत पड़ी कि 39 खतों के स्याणा महापंचायत किये। उन्होंने बताया कि 20 मई 2016 में उन्होंने अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को मंदिर में प्रवेश कराया तो उसके बाद उनके ऊपर जानलेवा हमला किया गया। उसके बाद बकायदा सात खतों के स्याणाओं ने क्वांसी में महापंचायत बुलाई और उन पर क्षेत्र में हमेशा हमेशा के लिए आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। उन्होंने डेयरी संचालक को गोली मारने, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अधिकारी को तमंचा लहराकर डराने धमकाने की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस पर पंचायत बुलाकर न्याय क्यों नहीं किया गया। दौलत कुंवर ने कहा कि भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच शीघ्र ही जौनसार-बावर की 39 खतों के अनुसूचित जाति के स्याणाओं की एक महापंचायत करेगा। इसकी पूरी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। महापंचायत में समाज के उत्थान से जुड़े महत्वपूर्ण बिदुओं पर चर्चा की जाएगी।

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