उत्तराखंड में एक सिंतबर से सैनिक सम्मान यात्रा, अगले साल अप्रैल-मई तक सैन्यधाम का काम पूरा करने का लक्ष्य

सैन्य परिवारों और शहीदों के सम्मान में एक सितंबर से राज्य में सैन्य सम्मान यात्रा निकाली जाएगी जिसमें शहीदों के स्वजन को सम्मान पत्र दिया जाएगा। साथ ही उनके आंगन की पवित्र मिट्टी को सैन्यधाम निर्माण के लिए लाया जाएगा।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 02:01 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 02:01 PM (IST)
उत्तराखंड में एक सिंतबर से सैनिक सम्मान यात्रा, अगले साल अप्रैल-मई तक सैन्यधाम का काम पूरा करने का लक्ष्य
उत्तराखंड में एक सिंतबर से सैनिक सम्मान यात्रा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। सैन्य परिवारों और शहीदों के सम्मान में एक सितंबर से राज्य में सैन्य सम्मान यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें शहीदों के स्वजन को सम्मान पत्र दिया जाएगा। साथ ही उनके आंगन की पवित्र मिट्टी को सैन्यधाम निर्माण के लिए लाया जाएगा। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि अगले साल अप्रैल-मई तक सैन्यधाम का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

सैनिक कल्याण मंत्री ने गुरुवार को कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय में सैन्यधाम निर्माण के संबंध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते कहा कि सैन्यधाम के लिए आवंटित भूमि का म्यूटेशन और हस्तांतरण की प्रक्रिया जल्द पूरी करें। उन्होंने अधिकारियों को एकबार पुन: स्थल का मौका मुआयना कर, इस संबंध में अग्रिम कार्रवाई और प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। संबंधित अधिकारियों ने भूमि के सर्वे और सीमांकन का विवरण प्रस्तुत करते हुए उन्हें कार्य प्रगति से अवगत कराया। सैनिक कल्याण मंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को भी सैन्यधाम के निर्माण की प्रगति तेज करने के निर्देश दिए।

मंत्री ने कहा कि सैन्यधाम प्रधानमंत्री और स्वयं उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। धाम एक तरह से मंदिर होता है और इस मंदिर में वीर शहीदों की पूजा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सैन्यधाम में फौज के टैंक, तोप, शहीदों के चित्र आदि लगाने के साथ ही उनकी वीर गाथाएं अंकित करवाई जाएंगी। यहां बाबा हरभजन सिंह और बाबा जसंवत सिंह के मंदिर भी बनाए जाएंगे। जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियां प्ररेणा लेंगी और उनके भीतर भी देशसेवा करने का जज्बा पैदा होगा।

बैठक में विशेष सचिव मुख्यमंत्री डा. पराग मधुकर धकाते, जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार, अपर सचिव प्रदीप सिंह रावत, प्रबंध निदेशक उपनल ब्रिगेडियर पीपीएस पाहवा, डीएफओ मसूरी कहकशां नसीम, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर केबी चंद्र, एमडी पेयजल उदयराज, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम रविंद्र कुमार आदि उपस्थित थे।

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