उत्तराखंड : रुड़की ट्रक रजिस्ट्रेशन फर्जीवाड़े की नए सिरे से होगी जांच
अन्य राज्यों से फर्जी एनओसी पर लाए गए 40 ट्रकों के पंजीकरण के मामले में अब परिवहन मुख्यालय ने उच्च स्तरीय जांच बिठा दी है। जांच उप परिवहन आयुक्त एसके सिंह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति को सौंपी गई है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। अन्य राज्यों से फर्जी एनओसी पर लाए गए 40 ट्रकों के पंजीकरण के मामले में अब परिवहन मुख्यालय ने उच्च स्तरीय जांच बिठा दी है। जांच उप परिवहन आयुक्त एसके सिंह की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय समिति को सौंपी गई है। समिति से एक माह के भीतर प्रकरण की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। समिति में आरटीओ प्रशासन देहरादून एसके सैनी और एआरटीओ मुख्यालय अनीता चमोला को शामिल किया गया है।
उत्तराखंड में बीते वर्ष रुड़की एआरटीओ कार्यालय में गलत तरीके से दो ट्रक पंजीकृत होने का मामला सामने आया था। ये ट्रक पुलिस ने जांच के दौरान पकड़े थे। जब इनका रिकार्ड की जांच की गई, तब पता चला कि कार्यालय के रिकार्ड में दर्ज चेसिस नंबर और वाहन का चेसिस नंबर का मिलान नहीं हो रहा है। जांच में पता चला कि दोनों ट्रक वर्ष 2017 में रुड़की में पंजीकृत हुए थे। पुलिस ने दोनों ट्रक कब्जे में लेकर मुकदमा दर्ज कर लिया। इस बीच मामले की विभागीय जांच चलती रही।
कुछ समय पूर्व यह बात सामने आई कि ऐसे दो नहीं, बल्कि फर्जी एनओसी से 40 ट्रक पंजीकृत हुए हैं, जिनके बारे में पूरी जानकारी गलत है। जिन इंजन व चेसिस नंबर पर ये ट्रक पंजीकृत हैं, उनमें अन्य वाहन भी पंजीकृत हैं। इससे विभागीय कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल उठे। इसे देखते हुए मुख्यालय ने कुछ समय पहले आरटीओ देहरादून दिनेश पठोई को जांच सौंपी।
उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपी। आयुक्त परिवहन ने इस जांच रिपोर्ट को अधूरा मानते हुए मामले की विस्तृत जांच का निर्णय लिया। दरअसल, इस प्रकरण में अन्य राज्यों के आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आई है। ऐसे में अब यह जांच उप आयुक्त परिवहन एसके सिंह को सौंपी गई है।
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