विकास कार्यों पर भी पड़ रहा कोरोना का असर, रायवाला में अब बरसात के बाद होगा सड़क का चौड़ीकरण
कोरोना वायरस संक्रमण का असर तमाम विकास कार्यों पर भी पड़ने लगा है। कोरोना काल में तहसील प्रशासन की व्यस्तता के चलते फिलहाल रायवाला-प्रतीतनगर संपर्क मार्ग का चौड़ीकरण टाल दिया गया है। अब यह कार्य बरसात के बाद होगा।
संवाद सूत्र, रायवाला(देहरादून)। कोरोना वायरस संक्रमण का असर तमाम विकास कार्यों पर भी पड़ने लगा है। कोरोना काल में तहसील प्रशासन की व्यस्तता के चलते फिलहाल रायवाला-प्रतीतनगर संपर्क मार्ग का चौड़ीकरण टाल दिया गया है। अब यह कार्य बरसात के बाद होगा।
इन दिनों प्रतीतनगर-रायवाला संपर्क मार्ग के पांच किलोमीटर हिस्से का डामरीकरण चल रहा है। रायवाला गांव में इस सड़क पर व्यापक अतिक्रमण है। इसको हटाने के लिए तहसील की टीम निशानदेही तो कर चुकी है, लेकिन कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण के कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई नहीं हो सकी। फिलहाल तहसील प्रशासन कोरोना के रोकथाम के कार्यों को अधिक प्राथमिकता दे रहा है।
इस बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विपुल सैनी ने रायवाला के ग्राम प्रधान को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है। उनका कहना है कि फिलहाल यथास्थिति के अनुसार सड़क बना ली जाए ताकि बरसात में ग्रामीणों को परेशानी का सामना न करना पड़े। परिस्थितियां सामान्य होने के बाद सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। वहीं इस पर ग्राम प्रधान सागर गिरि ने भी अपनी सहमति जताई है। यहां सड़क के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण को पांच करोड़ रुपये मंजूर हैं। लोक निर्माण विभाग सड़क का डामरीकरण करा रहा है।
सिपेट में 22 करोड़ की लागत से बनेगा छात्रावास
सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट)डोईवाला में 22 करोड़ रुपये की लागत से छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। छात्रावास में करीब 350 छात्र- छात्राओं के लिए आवासीय व्यवस्था की जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ओएसडी रहे धीरेंद्र पंवार ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के प्रयासों से विधानसभा क्षेत्र में स्थित सिपेट संस्थान में 22 करोड़ की लागत से शीघ्र छात्रावास का निर्माण शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि 22 करोड़ की लागत से बनने वाले छात्रावास का निर्माण उत्तराखंड पेयजल निगम कराएगा। इस दौरान उत्तराखंड पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता रविंद्र कुमार, एइ सुनील कुमार, अवर अभियंता मनिंदर पंवार, सिपेट संस्थान डोईवाला के लेखाधिकारी आरके पांडे आदि अधिकारी भी मौजूद थे।
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