ऋषिकेश: बीन नदी के उफान पर आने से लोडर फंसा; चेतावनी रेखा से 57 सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा
Rishikesh Weather Update तीर्थ नगरी सहित आसपास पर्वतीय क्षेत्र में सुबह से ही बारिश जारी है। यमकेश्वर प्रखंड के नाले और गधेरों में उफान आ गया है। इससे ऋषिकेश और चीला के मध्य बहने वाली बीन नदी में भी उफान आ गई है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Rishikesh Weather Update तीर्थनगरी सहित आसपास पर्वतीय क्षेत्र में बुधवार की सुबह से ही बारिश जारी रही। यमकेश्वर प्रखंड के नाले और गदेरों में उफान आ गया। जिससे ऋषिकेश और चीला के मध्य बहने वाली बीन नदी में भी भारी उफान आ गया। यहां वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। एक डंपर वाहन नदी में फंस गया, जिसे अन्य वाहनों की मदद से निकाला गया। यमकेश्वर प्रखंड के डांडा मंडल का ऋषिकेश से सड़क संपर्क टूटा रहा। ऋषिकेश में गंगा चेतावनी रेखा से 57 सेंटीमीटर नीचे बही।
क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण सभी बरसाती नालों और गदरों में अचानक बढ़ गया।
यमकेश्वर प्रखंड में निरंतर हो रही बारिश के कारण यहां के नालों में उफान आ गया। जिससे बीन नदी में भी अचानक पानी बढ़ गया। राजाजी टाइगर रिजर्व की गोहरी रेंज के अंतर्गत आने वाली इस नदी से हरिद्वार और ऋषिकेश के मध्य वाहनों का आवागमन होता है। यमकेश्वर प्रखंड के डांडा मंडल को ऋषिकेश से यही क्षेत्र जोड़ता है। वन क्षेत्राधिकारी धीर सिंह के मुताबिक नदी में उफान आने से इसके दोनों तरफ वन कर्मियों की तैनाती करते हुए वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया। ऋषिकेश से यमकेश्वर प्रखंड जाने वाले वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई।
गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गढ़वाल मंडल में यदि बारिश लगातार जारी रही तो गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। यहां पर शाम पांच बजे गंगा का जल स्तर 338.93 मीटर पहुंच गया जो चेतावनी रेखा 339.50 से 57 सेंटीमीटर नीचे था।
बूंगा के वीर काटल गांव में मकान ढहा
यमकेश्वर प्रखंड क्षेत्र पंचायत बूंगा के अंतर्गत ग्रामसभा बूंगा के खंड ग्राम वीर काटल मे भारी बारिश एक गरीब परिवार के लिए आफत बन गई। ग्रामीण सुनील कुमार का मकान बारिश के चलते जमींदोज हो गया। क्षेत्र पंचायत बूंगा सुदेश भट्ट ने बताया कि सुनील कुमार पुत्र रमेश चंद दियाड़ी मजदूरी का काम करता है। देर रात से जारी बारिश के कारण उनका कच्चा मकान ढह गया।
गनीमत रही कि परिवार के किसी भी सदस्य को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। मगर, मकान टूटने से घर का पूरा सामान मलबे में दब गया है। जिस वक्त मकान ढहा उस समय सुनील कुमार की पत्नी व बच्चों घर में मौजूद थे। उन्होंने बडी मुश्किल से अपनी जान बचाई। क्षेत्र पंचायत सदस्या सुदेश भट्ट व ग्राम प्रधान अनीता देवी ने बताया कि फिलहाल सुनील कुमार के परिवार को पड़ोस के घर में शिफ्ट किया गया है। उन्होंने प्रशासन से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने व पीएम आवास योजना के तहत उन्हें आवास उपलब्ध कराने की मांग की है।
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