देहरादून में रिकॉर्ड 170 नए लोग कोरोना संक्रमित, अब तक हो चुके 3302 लोग संक्रमित

दून में कोरोना संक्रमण का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। बुधवार को भी जिले में कोरोना के 170 नए मामले आए। यह जिले में एक दिन में संक्रमितों की सर्वाधिक संख्या है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 11:39 AM (IST) Updated:Thu, 27 Aug 2020 11:39 AM (IST)
देहरादून में रिकॉर्ड 170 नए लोग कोरोना संक्रमित, अब तक हो चुके 3302 लोग संक्रमित
देहरादून में रिकॉर्ड 170 नए लोग कोरोना संक्रमित, अब तक हो चुके 3302 लोग संक्रमित

देहरादून, जेएनएन। दून में कोरोना संक्रमण का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। बुधवार को भी जिले में कोरोना के 170 नए मामले आए। यह जिले में एक दिन में संक्रमितों की सर्वाधिक संख्या है। इनमें उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) के संरक्षक एवं पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष बीडी रतूड़ी भी शामिल हैं। उन्हें दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। एम्स ऋषिकेश से 44 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिनमें 19 लोग स्थानीय हैं। इसके अलावा निजी लैब से 121 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

उत्तराखंड में कोरोना का पहला मामला 15 मार्च को सामने आया था। यह दून का भी पहला मामला था। इसके बाद जिले में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ता रहा। पहले जहां विदेश से लौटे लोग, जमाती, प्रवासी और उनके संपर्क में आए लोग ही संक्रमित मिल रहे थे, वहीं अब स्थानीय स्तर पर भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कामगार, सरकारी कर्मचारी, कारोबारी, स्वास्थ्यकर्मी समेत किसी भी सेक्टर के लोग संक्रमण से अछूते नहीं रहे हैं। जिले में अब तक कुल 3302 लोग संक्रमित हो चुके हैं। प्रदेश के 13 जिलों में देहरादून दूसरे नंबर है। सुकून सिर्फ इस बात का है कि यहां करीब 68 फीसद यानी 2251 मरीज स्वस्थ भी हो चुके हैं।

यह भी पढ़ें: Uttarakhand Coronavirus News Update: उत्तराखंड में कोरोना के 412 नए मामले, सात मरीजों की मौत

गांधी शताब्दी अस्पताल में बंद रही ओपीडी

गांधी शताब्दी अस्पताल में एक मरीज और तीन कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद बुधवार को अस्पताल की ओपीडी बंद रही। अस्पताल में केवल इमरजेंसी सेवाएं बहाल हैं, लेकिन इमरजेंसी में भी बहुत कम मरीज पहुंचे। वहीं अस्पताल के आठ चिकित्सक भी अभी ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने के कारण उनकी कोरोना जांच होनी है। अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भागीरथी जंगपांगी के अनुसार पूरे अस्पताल परिसर को सैनिटाइज कराया गया है। इसके अलावा स्टाफ की कोरोना जांच भी कराई जा रही है। जिन कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी, उन्हें समुचित उपचार दिया जाएगा। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आएगी, वह काम करेंगे।

यह भी पढ़ें: Coronavirus: एम्स ऋषिकेश में मिले 12 स्थानीय सहित 26 कोरोना संक्रमित

chat bot
आपका साथी