चारधाम यात्रा से 17 दिन पहले पहुंचेंगे बदरी-केदार के रावल, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उठाया जा रहा यह कदम

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने में भले ही वक्त हो मगर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार सतर्क हो गई है। इस कड़ी में बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के रावल यात्रा प्रारंभ होने से 17 दिन पहले उत्तराखंड पहुंचेंगे।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 06:30 AM (IST)
चारधाम यात्रा से 17 दिन पहले पहुंचेंगे बदरी-केदार के रावल, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उठाया जा रहा यह कदम
इस कड़ी में बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के रावल यात्रा प्रारंभ होने से 17 दिन पहले उत्तराखंड पहुंचेंगे।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने में भले ही वक्त हो, मगर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार सतर्क हो गई है। इस कड़ी में बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के रावल यात्रा प्रारंभ होने से 17 दिन पहले उत्तराखंड पहुंचेंगे। देवस्थानम बोर्ड ने इस संबंध में दोनों रावल से संपर्क साधा है। यहां पहुंचने पर उनकी कोरोना की आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी।

गढ़वाल कमिश्नर एवं बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन के अनुसार यदि जांच में रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो रावल को 14 दिन के आइसोलेशन में रहने का वक्त मिल जाएगा। इसी के दृष्टिगत रावलों को पहले बुलाया जा रहा है।कोरोना संक्रमण के कारण पिछले साल बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी और केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग को उत्तराखंड पहुंचने में खासी दिक्कत उठानी पड़ी थी। दूसरे प्रदेशों से यहां पहुंचने की वजह से उन्हें क्वारंटाइन में रहना पड़ा था। इस बार चारधाम यात्रा 14 मई को गंगोत्री व यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ प्रारंभ होगी। केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई और बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को खुलने हैं। बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट खुलने के अवसर पर उनके रावल भी मौजूद रहते हैं।

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दोनों रावलों के उत्तराखंड पहुंचने में पिछली बार की तरह कोई दिक्कत न आए, इसे देखते हुए सरकार अभी से कवायद में जुट गई है। वजह यह कि पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड समेत देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है। बदरीनाथ के रावल केरल और केदारनाथ के रावल नांदेड़ (महाराष्ट्र) से यहां पहुंचते हैं। देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन के अनुसार दोनों रावलों से संपर्क कर लिया गया है। वे 27 या 28 अपै्रल को उत्तराखंड पहुंच जाएंगे।

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