इस बार दशहरे में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले पहनेंगे मास्‍क, हाथों में होगी सैनिटाइटर की बोतलें

दशहरा नजदीक आते ही आयोजक समिति भी पुतला बनाने तैयारी में लग गई हैं। इस बार खास बात यह है कि सामान्य धनुष और तीर अलंकरणों के बजाय रावण मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले मास्‍क पहने हुए होंगे। साथ ही हाथों में में सैनिटाइटर की बोतलें लिए होंगे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 12:20 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 10:45 PM (IST)
इस बार दशहरे में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले पहनेंगे मास्‍क, हाथों में होगी  सैनिटाइटर की बोतलें
धर्मशाला समिति दशहरा कमेटी प्रेमनगर की ओर से दशहरा पर्व के लिए पुतले बनाए जा रहे हैं।

देहरादून, जेएनएन। दशहरा नजदीक आते ही आयोजक समिति भी पुतला बनाने तैयारी में लग गई हैं। इस बार खास बात यह है कि सामान्य धनुष और तीर अलंकरणों के बजाय रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले मास्‍क पहने हुए होंगे। साथ ही हाथों में में सैनिटाइटर की बोतलें लिए होंगे। मास्‍क में लिखें संदेश के माध्यम से व्यक्तियों को वैश्विक महामारी कोरोना के प्रति जागरूक किया जाएगा। 

दशहरा कमेटी प्रेमनगर और दशहरा कमेटी बन्नू बिरादरी के लिए कारीगर इन दिनों पुतलों को आकार देने में लगे हैं। 25 अक्टूबर को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। हालांकि अभी प्रशासन की ओर से पुतला दहन के संबंध में कोई निर्देश जारी नहीं हुए हैं। धर्मशाला समिति दशहरा कमेटी प्रेमनगर के संरक्षक संदीप पुंज ने बताया कि बरातघर में तीनों पुतले 30 फीट के बनाए जा रहे हैं।, जो बुधवार तक तैयार होंगे और दशहरा ग्राउंड में पर्व के दिन दहन किए जाएंगे। वहीं, दशहरा कमेटी बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष संतोख नागपाल ने बताया कि इस बार मच्छी बाजार में सिर्फ एक ही पुतला 20 फीट का बनाया जा रहा है, जिसे दशहरा पर्व पर बन्नू स्कूल के प्रांगण में दहन किया जाएगा। 

नई टि‍हरी शहर में इस बार नहीं होगा रामलीला मंचन

श्रीराम कृष्ण लीला समिति की बैठक में निर्णय लिया कि हर साल अक्टूबर में आयोजित होनी वाली रामलीला इस बार नहीं होगी। बौराड़ी स्टेडियम में आयोजित समिति की बैठक में रामलीला समिति के पूर्व अध्यक्ष रहे गिरीश घिल्डियाल के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया गया। समिति ने कहा कि नई टिहरी में रामलीला के अभी तक सफल आयोजन एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में उनका बड़ा योगदान रहा है जिसे भुलाया नहीं जा सकता है। उनके प्रयासों से ही नई टिहरी में रामलीला के आयोजन की शुरूआत हुई । उनके निधन व कोरोना संक्रमण को देखते हुए समिति ने इस बार रामलीला आयोजन न करने निर्णय लिया है। इस अवसर पर गिरीश घिल्डियाल को श्रद्धांजलि भी दी गई। बैठक में सतीश थपलियाल, देवेंद्र नौडियाल, जगदम्बा प्रसाद डबराल, महावीर प्रसाद, अनुराग पंत, निर्मल कुमार, कमल सिंह महर, सच्चिदानंद पांडेय मौजूद रहे। 

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