अधूरे टास्क के बीच बंपर तबादलों पर सवाल
फाइनेंस कंपनी में दिनदहाड़े लूट की सनसनीखेज वारदात के खुलासे का टास्क पूरा भी नहीं हुआ और पुलिस विभाग में फिर से बड़े फेरबदल देखने को मिल रहे हैं। 17 चौकी इंचार्ज समेत 22 दारोगाओं के तबादलों पर सवाल उठने लगे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून: फाइनेंस कंपनी में दिनदहाड़े लूट की सनसनीखेज वारदात के खुलासे के अधूरे टास्क के बीच हुए बंपर तबादलों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर चर्चाएं हैं। हालांकि, एसएसपी निवेदिता कुकरेती का कहना है कि तबादले सामान्य प्रक्रिया के तहत ही किए गए हैं।
गौरतलब है कि बीते 30 नवंबर राजपुर रोड स्थित फाइनेंस कंपनी में लूट की वारदात ने दून शहर की कानून व्यवस्था का सच सामने रख दिया था। यह वारदात इसलिए भी गंभीर रही, क्योंकि अक्सर घटनाओं चंद दिनों में खुलासा करने वाली दून पुलिस इस वारदात के खुलासे में अब तक नाकाम रही। वह भी तब जब वारदात के तत्काल बाद एसएसपी ने शहर के सभी थानेदारों को तलब कर इस घटना के खुलासे का टास्क सौंपा था, लेकिन कोई भी थानेदार आरोपितों का सुराग नहीं लगा पाया।
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राकेश डोईवाला, यशपाल बने रायपुर इंस्पेक्टर
देहरादून: बुधवार रात 17 चौकी इंचार्ज के तबादले के कुछ ही घंटे के भीतर गुरुवार को इंस्पेक्टर और दारोगाओं की दूसरी लिस्ट आ गई। इसमें पुलिस लाइन से संबद्ध चल रहे राकेश गुसाई को डोईवाला इंस्पेक्टर बनाया गया है। वहीं इंस्पेक्टर यशपाल बिष्ट को रायपुर कोतवाली का जिम्मा सौंपा गया है। रायपुर में तैनात रहे हेमेंद्र नेगी को एसएसपी ऑफिस से अटैच कर दिया गया है। चर्चाओं पर यकीन करें तो बीते दिनों रायपुर थाने में भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई भिड़ंत की नजर से भी इस कार्रवाई को देखा जा रहा है। पटेलनगर के नयागांव चौकी इंचार्ज अनूप नयाल को चकराता का एसओ बनाया गया है। वहीं, चकराता के एसओ यादवेंद्र बाजवा को एसओजी से संबद्ध कर दिया गया है।