सत्र का बढ़े समय, सवालों के जवाब मिलें : निजामुद्दीन
मंगलौर विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन ने एक दिनी विधानसभा सत्र पर सवाल खड़े किए।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
मंगलौर विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन ने एक दिनी विधानसभा सत्र पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र में जनता के सवालों के जवाब मिलने चाहिए। इसलिए विधानसभा सत्र का समय बढ़ाया जाए। सरकार ने संवादहीनता कायम करने की कोशिश तो कांग्रेस न्याय की लड़ाई के लिए मजबूर हो जाएगी।
विधायक काजी निजामुद्दीन ने मंगलवार को वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिये पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों और शहीदों के अरमानों की वजह से बना है। शहीदों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए सरकार को इसे ध्यान में रखकर आम जनता से जुड़े सभी मुद्दों पर विधानसभा में स्वस्थ चर्चा करनी चाहिए। मुख्यमंत्री और सभी मंत्री विधानसभा के प्रति जवाबदेह हैं, लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने एक दिन का सत्र बुलाया है। प्रश्न काल नहीं होगा। मुख्यमंत्री के पास कई महत्वपूर्ण विभाग हैं, लेकिन उनसे संबंधित प्रश्न विधानसभा में लंबे समय से नहीं आए। जनता से चुनकर आए विधायकों को सवाल पूछने का अधिकार दिया जाना चाहिए। इस वक्त कोरोना विकराल रूप लिए हुए है। कुल मामले 42 हजार से ज्यादा हो गए हैं। अब तक 500 मौत हो चुकी हैं। अस्पतालों की स्थिति खराब है। स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई हुई हैं।
उन्होंने कहा कि बाहर से राज्य में लौटे प्रवासियों को बेरोजगारी और महंगाई से जूझना पड़ रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में आपदा ने बुरा हाल किया है। भ्रष्टाचार चरम पर है और विकास कार्य ठप हैं। लोकपाल की अब तक नियुक्ति नहीं हुई।