Uttarakhand Politics: पुष्कर सिंह धामी का एनडी के बहाने मास्टर स्ट्रोक

उत्‍तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के जन्म दिवस और पुण्य तिथि की पूर्व संध्या पर भाजपा की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने मास्टर स्ट्रोक खेला। सीएम ने पंतनगर औद्योगिक क्षेत्र को तिवारी के नाम पर रखने की घोषणा की।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:05 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 01:39 PM (IST)
Uttarakhand Politics: पुष्कर सिंह धामी का एनडी के बहाने मास्टर स्ट्रोक
पुष्कर सिंह धामी का एनडी के बहाने खेला मास्टर स्ट्रोक।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। भाजपा की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के जन्म दिवस और पुण्य तिथि की पूर्व संध्या पर मास्टर स्ट्रोक खेल दिया। पंतनगर औद्योगिक क्षेत्र को तिवारी के नाम पर रखने की घोषणा कांग्रेस और प्रदेश चुनाव अभियान समिति की कमान संभाल रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, दोनों को असहज करने वाली साबित हो सकती है। तिवारी को अपने पांच वर्ष के मुख्यमंत्रित्व काल में पार्टी के अंदर सबसे ज्यादा चुनौती हरीश रावत से ही मिलती रही थी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश और प्रदेश की सियासत में कद्दावर नेता के तौर पर रहे पूर्व मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी के बहाने एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। कांग्रेस पर तिवारी की उपेक्षा करने के आरोप लगते रहे हैं। समावेशी राजनीति का बड़ा चेहरा रहे तिवारी को उत्तराखंड में, खासतौर पर ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार और देहरादून में औद्योगिक विकास का श्रेय भी जाता है। तिवारी का ही व्यक्तित्व रहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनके अनुरोध को स्वीकार कर उत्तराखंड को औद्योगिक पैकेज देने में देर नहीं लगाई।

कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता तिवारी सरकार के कार्यकाल में औद्योगिक व अन्य विकास कार्यों को बतौर उपलब्धि गिनाने से नहीं चूकते। तिवारी का जन्म दिवस और पुण्य तिथि एक ही दिन, 18 अक्टूबर को हैं। प्रदेश कांग्रेस ने हल्द्वानी में इस तिथि पर सोमवार को स्मृति यात्रा निकालने की तैयारी की थी। स्मृति यात्रा के बहाने भाजपा छोड़ कांग्रेस में वापसी करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल और उनके पुत्र नैनीताल विधायक संजीव आर्य विजय शंखनाद भी करने जा रहे हैं।

भारी बरसात के चलते कांग्रेस ने सोमवार को विजय शंखनाद रैली स्थगित कर अब 20 अक्टूबर नई तारीख तय की है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत कांग्रेस के दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। कांग्रेस के तिवारी के बहाने विजय शंखनाद फूंकने से पहले ही धामी सरकार ने तुरुप की चाल चल दी। सरकार के इस कदम के बाद कांग्रेस को तिवारी की उपेक्षा के आरोपों से जूझना पड़ेगा। तिवारी को राजनीतिक गुरु मानने वाले यशपाल आर्य पर भी भाजपा ने अपने तरीके से पलटवार किया है।

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