संकट में ग्रामीण जनता की मदद को आगे आए समाजसेवी
संवाद सूत्र चकराता कोरोनाकाल में मुसीबत झेल रही जनता की मदद को कुछ समाजसेवी आगे आए हैं।
संवाद सूत्र चकराता: कोरोनाकाल में मुसीबत झेल रही जनता की मदद को कुछ समाजसेवी आगे आए हैं। इनमें मुख्य रूप से विदेश में रह रहे जौनसारी मूल के विज्ञानी, कर्मचारी संगठन और युवा कल्याण समिति अटाल के प्रयास बेहद सराहनीय है। इन समाजसेवियों ने न केवल मरीजों को तात्कालिक राहत देने का कार्य किया बल्कि इन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए और सामान्य रोग से पीड़ित मरीजों के घरों में मेडिकल किट एवं उपकरण उपलब्ध कराने में सहयोग दिया है।
जौनसार-बावर में स्वास्थ्य संसाधनों की कमी व कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ने से आमजन की मुसीबत बढ़ गई। क्षेत्र में आए दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जर्मनी में रह रहे जौनसारी मूल के रंगेऊ निवासी विज्ञानी एवं जेएनयू के प्रोफेसर विजयपाल सिंह रावत और स्विटजरलैंड के उनके करीब मित्र विज्ञानी इंद्रनील भट्टाचार्य तथा सिगापुर में रह रहे देवघार-त्यूणी क्षेत्र के मुंधोल निवासी एक कंपनी के सीईओ विनय जोशी ने जोगियो निवासी पुलिस निरीक्षक नरेंद्र चौहान के सहयोग से सीएचसी चकराता, पीएचसी क्वांसी और राजकीय अस्पताल त्यूणी के प्रभारी चिकित्साधिकारी व स्टाफ कर्मियों को पांच हजार मास्क, पांच सौ एन-95 मास्क, 80 पल्स ऑक्सीमीटर, 30 इंफ्रारेड थर्मलगन एवं दो सौ सैनिटाइजर किट उपलब्ध कराई है। उनके इस प्रयासों से क्षेत्र के तीन अस्पतालों को मेडिकल उपकरण व कोविड किट मिलने से ग्रामीण जनता को कुछ हद तक राहत मिलेगी। इसके अलावा देवघार खत के अटाल और सैंज-तराणू पंचायत में कर्मचारी संगठन व युवा कल्याण समिति के संयुक्त प्रयास से ग्रामीण मरीजों को दवा बांटने के लिए राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय अटाल के स्वास्थ्य कर्मियों को पांच सौ मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई।