हड़ताल से बिजली उत्पादन ठप, बैराज के खोले गेट
विकासनगर शासन से उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की बैठक में मांगों के समर्थन में धरने पर कर्मचारियों अधिकारियों ने जमकर नरेबाजी की।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: शासन से उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा की वार्ता विफल होने पर 26 जुलाई की आधी रात से तीनों ऊर्जा निगमों पिटकुल, यूजेवीएनएल, यूपीसीएल के अधिकारी, नियमित कर्मचारी, उपनल संविदा, सेल्फ हेल्प कार्मिक हड़ताल पर चले गए। इसके चलते पछवादून के पांच जल विद्युत उत्पादन केंद्रों ढालीपुर, ढकरानी, छिबरौ, खोदरी, कुल्हाल में पावर जनरेशन पूरी तरह से ठप हो गया। डाकपत्थर, आसन, इच्छाड़ी बैराज के गेट खोलकर नदियों का पानी सीधे पास किया गया। हड़ताल के चलते यूपीसीएल से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों ने बिजली लाइन में आए फाल्ट को दूर नहीं कराया, जिससे रुद्रपुर क्षेत्र के कुछ गांवों के ग्रामीणों को परेशानियां झेलनी पड़ी। बिजली उत्पादन ठप होने से यूजेवीएनएल को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि घरों में बिजली आपूर्ति सुचारू रहने से उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली, लेकिन औद्योगिक इकाइयों में आपूर्ति ठप रहने से उत्पादन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। वहीं डाकपत्थर में हड़ताली कर्मचारी दिनभर मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते रहे।
उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने शासन को कई दिन पहले मांगें पूरी न होने पर हड़ताल की चेतावनी दी थी। हड़ताल का यमुना घाटी के छिबरौ, खोदरी, ढालीपुर, ढकरानी, कुल्हाल पावर हाउस, व्यासी परियोजना, डाकपत्थर, इच्छाड़ी, आसन बैराज आदि पर व्यापक असर दिखाई दिया। मोर्चा की मांग है कि उपनल संविदा और सेल्फ हेल्फ कार्मिकों को समान कार्य के लिए समान वेतन व विभिन्न एलाउंसेस दिए जाएं। एसीपी की पुरानी व्यवस्था, पुरानी पेंशन बहाल करने, उपनल के माध्यम से कार्य कार्योजित कार्मिकों के नियमितीकरण किया जाए। मोर्चा इसलिए नाराज रहा कि सातवें वेतन आयोग में उनकी पुरानी चली आ रही 9-5-5 की एसीपी व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है, जो कि उन्हें उत्तर प्रदेश के समय से ही मिल रही थी, यही नहीं पे मैट्रिक्स में भी काफी छेड़खानी की गई। डाकपत्थर विद्युत भवन में यूपीसीएल, यूजेवीएनएल के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मोहम्मद रियाज की अध्यक्षता में हुई सभा, धरने पर मांगों के समर्थन में नारेबाजी की गई। इस दौरान अरविद चौरसिया, अरविद कुमार, चंद्रशेखर पुरोहित, गोपाल बिहारी, जितेंद्र कश्यप, मोहम्मद रियाज, मोहम्मद अमजद, मनोज कुमार, शंकर सिंह, चंद्रशेखर पुरोहित, जगमिदर सिंह, सागर राघव आदि मौजूद रहे।