हल्द्वानी:: केंद्रीय तिब्बती विद्यालय सोसायटी को सौंपने के प्रयास का विरोध

विकासनगर केंद्रीय तिब्बती विद्यालय हरबर्टपुर सोसायटी को सौंपने के प्रयास व भ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 03:58 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 03:58 PM (IST)
हल्द्वानी:: केंद्रीय तिब्बती विद्यालय सोसायटी को सौंपने के प्रयास का विरोध
हल्द्वानी:: केंद्रीय तिब्बती विद्यालय सोसायटी को सौंपने के प्रयास का विरोध

जागरण संवाददाता, विकासनगर: केंद्रीय तिब्बती विद्यालय हरबर्टपुर सोसायटी को सौंपने के प्रयास व भारतीय शिक्षकों के स्थानांतरण पर रोक लगाने की मांग को लेकर क्षेत्रीय नागरिकों और आप कार्यकत्र्ताओं ने शनिवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने विकासनगर तहसील पहुंचकर जिलाधिकारी को ज्ञापित मांगपत्र भी एसडीएम को सौंपा। प्रदर्शन में शामिल क्षेत्रीय निवासियों का कहना था कि स्कूल को केंद्रीय तिब्बती स्कूल प्रशासन से हस्तांतरित कर एक निजी संस्था संभोता तिब्बती स्कूल सोसायटी को दिया जा रहा है। इसके चलते यहां पढ़ने वाले स्थानीय छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता पर असर पड़ने वाला है, क्योंकि स्कूल से देश के शिक्षक भी स्थानांतरित किए जा रहे हैं।

बताते दें कि वर्तमान में इस विद्यालय में 420 भारतीय छात्र और 50 तिब्बती छात्र पढ़ रहे हैं। सोसायटी को सौंपने के बाद शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका व्यक्त करते हुए क्षेत्रीय नागरिक इसका विरोध कर रहे है। यहां के निवासियों का मानना है कि सरकार की ओर से चलाई जाने वाली शिक्षा प्रणाली पर उनका अटूट विश्वास है और उसका विकल्प कोई भी निजी संस्था कभी भी नहीं हो सकती है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि विद्यालय में तिब्बती और स्थानीय छात्र साथ में पढ़ें और इस विद्यालय के अंदर यथास्थिति बनी रहे। विद्यालय में सेवारत अध्यापकों का स्थानांतरण तब तक न किया जाए, जब तक उनके स्थान पर अन्य अध्यापक नियुक्त न कर दिए जाए। आम आदमी पार्टी नेता गुरमेल सिंह राठौड़ ने कहा कि तिब्बती विद्यालय हरबर्टपुर के प्रधानाचार्य डा. एपी सिंह से वार्ता के लिए अभिभावक और आम आदमी पार्टी कार्यकत्र्ता पदाधिकारी विद्यालय पहुंचे, लेकिन विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कार्यालय में ताला लगवा दिया और गोलमोल जवाब दिया, जिससे कोई भी संतुष्ट नहीं हुआ फिर सभी ने मिलकर विद्यालय में जमकर नारेबाजी की और भारतीय शिक्षकों के स्थानांतरण का विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि जिला प्रशासन, उत्तराखंड और भारत सरकार दो दिन के अंदर स्थानांतरित अध्यापकों के स्थान पर दूसरे भारतीय अध्यापकों को नियुक्त करें। स्थानांतरित अध्यापक विद्यालय छोड़ देते हैं तो अभिभावक, आम आदमी पार्टी, छात्र संगठन विद्यालय गेट पर ताला लगाने पर मजबूर होंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। प्रदर्शन में आरती राणा, सुमित नेगी, दयाराम सिंह, ज्योति भारद्वाज, अनीता शर्मा, रीना शर्मा, बबीता, गीता रानी, इंदिरा चौहान, पिकी, देव सिंह नेगी, शैलेंद्र परमार, लक्ष्मी बिष्ट, मनोज चौधरी, महेंद्र सिंह चौधरी, वीरेंद्र सिंह चौधरी, कुणाल चौधरी, शराफत अली, सुनील गौतम, संजय रावत, सोनम, हसीना, कैलाश चंद, वीरेंद्र सिंह, पुष्पा नेगी, एसबी वर्मा आदि शामिल रहे।

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