मृत पशुओं के शवदाह गृह बनाने की तैयारी का विरोध
विकासनगर देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में मरने वाले पशुओं के निस्तारण के लिए बनने वाले शवदाह गृह का क्षेत्रवासियों ने विरोध दर्ज कराया है। बुधवार को उन्होंने बैठक कर सरकार के इस प्रस्तावित योजना के विरुद्ध आंदोलन की चेतावनी भी दी।
संवाद सहयोगी, विकासनगर: देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में मरने वाले पशुओं के निस्तारण के लिए सेलाकुई के आसपास शवदाह गृह बनाने की सरकार की तैयारियों पर क्षेत्रवासियों ने नाराजगी जताई है। बुधवार को बैठक कर सरकार की इस कार्रवाई का विरोध जताया और चेतावनी भी दी। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पहले से शीशमबाड़ा स्थित कूड़ा निस्तारण केंद्र से क्षेत्र का पर्यावरण पूरी तरह दूषित हो चुका है। ऐसे में मृत पशुओं के निस्तारण को शवदाह गृह बनाने की एक नई समस्या उनके लिए मुसीबत बढ़ाने का ही काम करेगी। उन्होंने साफतौर पर कहा कि क्षेत्र में इस प्रकार की किसी भी गतिविधि को संचालित नहीं होने दिया जाएगा।
सेलाकुई के निगम रोड पर हुई स्थानीय निवासियों की बैठक में देहरादून नगर निगम की ओर से प्रस्तावित पशु शवदाह गृह पर अपना विरोध दर्ज कराया। बैठक में सेलाकुई के पूर्व प्रधान भगत सिंह राठौर ने कहा कि सहसपुर विधानसभा क्षेत्र के किसी भी गांव और कस्बे में इस प्रकार की गतिविधि का संचालन नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पशु शवदाह गृह बनने से देहरादून से लेकर तमाम आसपास के क्षेत्रों के मृत पशुओं को यहां लाकर जलाने से क्षेत्र में दुर्गंध, बीमारियों व अन्य प्रकार की बहुत सारी समस्याओं से जूझना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शीशमबाड़ा में पहले से मौजूद कूड़ा निस्तारण केंद्र क्षेत्र के निवासियों के लिए मुसीबत बना हुआ है। कूड़ाघर में एकत्रित गंदगी से पूरे इलाके का पानी प्रदूषित हो गया है। इसके अतिरिक्त कूड़े से उठने वाली दुर्गंध के कारण क्षेत्रवासी सांस तक नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी गतिविधियों के लिए दूसरे क्षेत्र पर ध्यान लगाना चाहिए। चेतावनी दी, कहा पूरी सहसपुर विधानसभा क्षेत्र में ऐसा कोई स्थान या गृह का निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। बैठक में अनिल नौटियाल, नरगिस कश्यप, विनोद पाल, विभु सेमवाल, अरूण भटट, कैप्टन सुरजीत सिंह नखोलिया, दिनेश तिवारी, भगवानदीन तिवारी उपस्थित रहे।