हरिद्वार संकुल के प्रधानाचार्यों की बैठक नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर हुआ मंथन

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास ऋषिकेश में हरिद्वार संकुल के प्रधानाचार्यों की बैठक में नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर मंथन हुआ। इस दौरान प्रधानाचार्य ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर भी चर्चा की।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 03:52 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 03:52 PM (IST)
हरिद्वार संकुल के प्रधानाचार्यों की बैठक नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर हुआ मंथन
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास ऋषिकेश में हरिद्वार संकुल के प्रधानाचार्यों की बैठक हुई।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास ऋषिकेश में हरिद्वार संकुल के प्रधानाचार्यों की बैठक में नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर मंथन हुआ। इस दौरान प्रधानाचार्य ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शैक्षणिक गतिविधियों को लेकर भी चर्चा की।

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज आवास विकास कॉलोनी के योग सभागार में सभी प्रधानाचार्यों के मध्य शैक्षिक संकुल बैठक का शुभारंभ संभाग निरीक्षक नत्थीलाल संकुल प्रमुख नरेश चौहान एवं मेजबान विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद पांडेय ने किया।

बैठक में नत्थीलाल बंगवाल ने विद्या भारती के विद्यालयों ने लॉकडाउन के दौरान किस प्रकार से अपनी शैक्षिक गतिविधियों को चलाया और विद्यालय व अभिभावको का उचित तालमेल व समन्वय किस प्रकार का रहा इन बिदुओं को लेकर विचार रखे। नरेश चौहान ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति में विद्या भारती की पंचपदी शिक्षा को कैसे विद्यार्थियों तक पहुंचाया जाए तथा विद्यालय कैसे और ऊचाइयों की और आगे बढ़े इस पर विचार विमर्श किया।

बैठक में प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद पांडेय ने सभी प्रधानाचार्यों का आभार प्रकट किया और बताया कि वर्तमान दौर शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी गंभीर परिस्थितियों से गुजर रहा है। हमें इस बार निरंतर चिंतन करना आवश्यक है। बैठक में प्रधानाचार्य रजनी रावत (बालिका विद्या मंदिर चौदह बीघा), विजय बड़ोनी (पुष्पा बड़ेरा विद्या मंदिर ढालवाला), नरेश चौहान (विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बीएचईएल), अजय (विद्या मंदिर कॉलेज मायापुर हरिद्वार), आकाश माहेश्वरी (योगी मंगल नाथ विद्या मंदिर रुड़की), अमर दीप सिंह (आनंद स्वरूप आर्य सरस्वती विद्या मंदिर रुड़की) एवं अन्य हरिद्वार संकुल विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य मौजूद रहे।

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