प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ और भाजपाई शिवालयों में करेंगे दर्शन

पांच नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का केदारनाथ धाम का दौरान है। पीएम मोदी बाबा केदार के दर्शन करेंगे। वहीं इस दिन भाजपा कार्यकर्त्‍ता अपने अपने क्षेत्रों में शिवालयों में दर्शन करेंगे। पीएम मोदी केदारनाथ में लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 08:14 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 08:14 PM (IST)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ और भाजपाई शिवालयों में करेंगे दर्शन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ में दर्शन करेंगे तो भाजपाई अपने-अपने क्षेत्रों के शिवालयों में।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पांच नवंबर को केदारनाथ में दर्शन करेंगे तो भाजपाई अपने-अपने क्षेत्रों के शिवालयों में। इस दौरान केदारनाथ में प्रधानमंत्री के हाथों होने वाले लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रमों के साथ ही वहां की सभी गतिविधियों का सीधा प्रसारण देखने-सुनने की व्यवस्था भी की जाएगी। उत्तराखंड के शिव मंदिरों में इस कार्यक्रम की योजना को अंतिम रूप देने में पार्टी जुट गई है। कार्यक्रम के दौरान पार्टी विधायक, सांसद, महापौर समेत अन्य जनप्रतिनिधि और पार्टी नेता साधु-संतों के साथ शिवालयों में जलाभिषेक करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है और बाबा केदार उनके आराध्य हैं। एक दौर में उन्होंने केदारनाथ के नजदीक ही तपस्या की थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद से वह लगातार केदारनाथ आ रहे हैं। कोरोनाकाल में पिछले वर्ष वह नहीं आ पाए थे, लेकिन अब दीपावली के अगले दिन पांच नवंबर को उनकी केदारनाथ यात्रा का कार्यक्रम तय हो गया है। इस दौरान वह केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेने के साथ ही लगभग 400 करोड़ की लागत के कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। वह केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की समाधि स्थली में स्थापित शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे।

इस सबके मद्देनजर भाजपा अब प्रधानमंत्री की केदारनाथ यात्रा को शिव मंदिरों से जोड़ने की योजना बना रही है। इसके अंतर्गत शिवालयों में पार्टी नेता शिवलिंग पर जलाभिषेक करेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री की केदारनाथ यात्रा के दौरान पार्टी कार्यकर्त्‍ता भी अलग-अलग क्षेत्रों से उनसे जुड़ेंगे। प्रयास ये है कि नीलकंठ, टपकेश्वर, हरिद्वार समेत प्रदेश में जहां भी भगवान शिव के मंदिर हैं, वहां जलाभिषेक का बड़ा कार्यक्रम हो जाए और इनमें श्रद्धालुओं, साधु-संतों के साथ पार्टी नेता मौजूद रहेंगे। ऐसी येाजना बनाई जा रही है।

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