भारत की नई शिक्षा नीति की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही प्रशंसा, राष्ट्रपति कोविंद ने केंद्रीय मंत्री निशंक को सराहा

भारत की नई शिक्षा नीति देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो रही है। अनेक देश इसे अपने यहां लागू करने की योजना बना रहे हैं। इसकी लोकप्रियता और चर्चा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी खुशी जाहिर की है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 12:30 PM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 12:30 PM (IST)
भारत की नई शिक्षा नीति की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही प्रशंसा, राष्ट्रपति कोविंद ने केंद्रीय मंत्री निशंक को सराहा
राष्ट्रपति कोविंद ने केंद्रीय मंत्री डॉ. निशंक को सराहा।

जागरण संवाददाता, देहरादून। भारत की नई शिक्षा नीति देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो रही है। अनेक देश इसे अपने यहां लागू करने की योजना बना रहे हैं। यह पहली ऐसी शिक्षा नीति है, जिसके लिए व्यापक स्तर पर छात्रों, अध्यापकों, जनप्रतिनिधयों, विशेषज्ञों और विद्वानों के सुझाव आए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी सराहना और लोकप्रियता पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी खुशी जताई है। उन्होंने केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को बधाई दी। राष्ट्रपति ने उनके साहित्यिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए 'वातायन' अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मान दिए जाने पर भी उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा, साहित्यिक रचनाओं के माध्यम से जनजागरण और शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्र के उत्थान के लिए किया जा रहा यह कार्य  प्रशंसनीय है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भारतीयता का दस्तावेज है। इसमें शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन किए गए हैं। नैतिक, मानवीय मूल्यों, भारतीय संस्कृति और आत्मनिर्भरता की आधारशिला पर निर्मित इस नीति में विद्यार्थी को विश्वमानव और भारत को विश्व गुरु बनाने की संकल्प निहित है। भारतीय भाषाओं के संरक्षण और विद्यार्थी के समय का सदुपयोग इस नीति की विशेषताएं हैं। इसकी खूबियां अनेक देशों में चर्चा का विषय बन गई हैं। इसलिए ये देश इसे अपने यहां लागू करने पर विचार कर रहे हैं। आपको बता दें कि नई शिक्षा नीति में निहित अनेक सुधारों के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरिया निशंक को हाल ही में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र भेज विश्वस्तर पर हो रही भारत की नई शिक्षा नीति की प्रशंसा पर प्रसन्नता जाहिर की है। राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात की है। उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए डॉ. निशंक को 'वातायन' अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मान दिए जाने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। राष्ट्रपति ने डॉ. निशंक को लिखे पत्र में कहा, 'साहित्य के माध्यम से आपके द्वारा फैलाई जा रही जन-जागरूकता और राष्ट्रहित में किया जा रहा शैक्षिक उन्नयन सराहनीय है।'

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