आरटीओ में काम के स्लॉट दोबारा कम करने की तैयारी, जानिए वजह

बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण आरटीओ में काम के स्लॉट फिर कम करने की तैयारी हो रही है। कोरोना संक्रमण कम होने पर 17 मार्च को ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के स्लॉट बढ़ाए गए थे लेकिन अब भीड़भाड़ के कारण इसके स्लॉट फिर कम करने पर विचार चल रहा।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 01:26 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 01:26 PM (IST)
आरटीओ में काम के स्लॉट दोबारा कम करने की तैयारी, जानिए वजह
आरटीओ में काम के स्लॉट दोबारा कम करने की तैयारी, जानिए वजह।

जागरण संवाददाता, देहरादून। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण आरटीओ में काम के स्लॉट फिर कम करने की तैयारी हो रही है। कोरोना संक्रमण कम होने पर 17 मार्च को ही लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के स्लॉट बढ़ाए गए थे, लेकिन अब भीड़भाड़ के कारण इसके स्लॉट फिर कम करने पर विचार चल रहा। आरटीओ डीसी पठोई ने बताया कि मौजूदा कार्यों में जुट रही भीड़ की समीक्षा की जा रही। अगले सप्ताह से नई व्यवस्था लागू कर हर कार्य की दैनिक संख्या सीमित करने की तैयारी है। 

कोरोना लॉकडाउन के बाद जब सरकारी दफ्तर खुले तो आरटीओ में सीमित संख्या के साथ आमजन को प्रवेश की मंजूरी दी गई थी। हर काम के लिए एक दिन में 20 स्लॉट तय थे। बाद में कोराना का संक्रमण कम होने पर काम की संख्या बढ़ती गई व अब पहले की तरह कामकाज सामान्य हो गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के अब दोबारा तेजी से बढऩे के कारण आरटीओ में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही और आरटीओ में सुबह से शाम तक आमजन की लाइन लगी रहती है।

इसमें न तो शारीरिक दूरी मुनासिब हो रही, न ही दफ्तर सैनिटाइज हो पा रहा। संक्रमण के खतरे को देख आरटीओ ने अब आमजन के असीमित प्रवेश पर फिर पाबंदी की तैयारी कर ली है। मौजूदा समय में यहां रोजाना 125 लर्निंग लाइसेंस का टेस्ट लिया जा रहा। परमानेंट लाइसेंस का टेस्ट झाझरा आईडीटीआर में चल रहा और वहां संख्या 140 है। दोनों लाइसेंस की संख्या अब 50 से कम करने की तैयारी है। 

कोरोना के चलते पांच माह तक बंद रहा लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनाने का काम 14 अगस्त से फिर शुरू किया गया था। पहले केवल तीन आवेदक ही इसके लिए कंप्यूटर पर परीक्षा दे रहे थे, जिसे बाद में बढ़ाकर दस कर दिया गया। हालांकि, केंद्र सरकार ने वैधता खत्म हो चुके सभी दस्तावेजों की छूट की अवधि बढ़ा दी है, लेकिन परिवहन विभाग बैकलॉग खत्म करने की कोशिश में था। इसी को देखते हुए परिवहन विभाग ने स्लॉट बढ़ाने का निर्णय लिया था। वर्तमान में आरटीओ में रोजाना पुराने बैकलॉग वाले 25 जबकि नए आवेदन वाले 100 लर्निंग लाइसेंस की परीक्षा ली जा रही है। 

बता दें कि अनलॉक-1 में परिवहन विभाग ने 22 जून से सीमित कार्य शुरू किए थे। जिनमें पुराने डीएल में संशोधन, परमिट आवेदन, टैक्स जमा करने, फिटनेस और पंजीकरण आदि के कार्य शामिल थे। प्रत्येक दिन में प्रत्येक कार्य के लिए 20-20 आवेदन ही स्वीकार किए जा रहे थे। फिर 20 जुलाई से परमानेंट डीएल का काम शुरू किया गया, जबकि 14 अगस्त से लर्निंग लाइसेंस टेस्ट खोले गए थे। अब लाइसेंस समेत फिटनेस, वाहन रजिस्ट्रेशन, वाहन ट्रांसफर आदि की संख्या फिर कम की जाएगी। 

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