सालभर रोजगार की मांग को लेकर सड़क पर उतरे पीआरडी जवान
सालभर रोजगार देने और राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवान सड़क पर उतर आए।
जागरण संवाददाता, देहरादून : सालभर रोजगार देने और राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवान सड़क पर उतर आए। नारेबाजी कर परेड ग्राउंड से मुख्यमंत्री आवास कूच कर रहे जवानों को पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरिकेड लगाकर रोक दिया। जहां कुछ देर धरना देने के बाद पीआरडी जवान सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर लौट गए।
मंगलवार को प्रशिक्षित पीआरडी जवानों ने परेड ग्राउंड में एकत्रित होकर मांगों को लेकर हुंकार भरी। कूच में मौजूद पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश भट्ट, बारु तोमर, गोपाल तोमर, किशन सिंह पदम सिंह, बिजेंद्र कुमार, महेंद्र सिंह, दिलावर सिंह तोमर, सरिता राय, रंजना चौहान आदि ने सरकार से पीआरडी जवानों की सुध लेने की मांग की। कहा कि वे विभिन्न कार्यालयों व थाना-चौकियों में कोरोना महामारी में शासन-प्रशासन के साथ ड्यूटी देते रहे हैं। इसके बावजूद पीआरडी जवानों को सालभर में दो से तीन महीने ही ड्यूटी दी जाती है और ज्यादातर समय वे बेरोजगार रहते हैं। जिसमें जवानों को अपने परिवार व बच्चों का पालन-पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। वक्ताओं ने कहा कि महिला पीआरडी की सरकार की ओर से भर्ती कराई गई। जिसमें विधवा व तलाकशुदा महिलाएं अधिक हैं। इन महिलाओं को सबसे ज्यादा आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। यह हैं मुख्य मांगें
-मार्च 2021 तक के सभी प्रशिक्षित पीआरडी जवानों को 365 दिन का रोजगार व राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और तब तक कोई नई भर्ती नहीं की जाए।
-युवा कल्याण विभाग से पीआरडी विभाग को पृथक किया जाए।
-मार्च 2021 तक के सभी पीआरडी जवानों का सत्यापन कराया जाए व विभाग का आनलाइन पोर्टल बनाया जाए।