निस्वार्थ भाव से असमर्थ लोगों की सेवा करना धर्म

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन आश्रम की ओर से संचालित स्वामी शुकदेवानंद चेरिटेब

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Mar 2018 07:10 PM (IST) Updated:Sun, 25 Mar 2018 07:10 PM (IST)
निस्वार्थ भाव से असमर्थ लोगों की सेवा करना धर्म
निस्वार्थ भाव से असमर्थ लोगों की सेवा करना धर्म

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश:

परमार्थ निकेतन आश्रम की ओर से संचालित स्वामी शुकदेवानंद चेरिटेबल अस्पताल में लोटस आइ इंस्टीट्यूट मुंबई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित निश्शुल्क चिकित्सा शिविर में मोतिया¨बद के ऑपरेशन किए गए। वहीं दंत रोगियों की जांच कर दवा व परामर्श दिया गया।

शिविर के तीसरे दिन का परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनि महाराज ने शुभारंभ किया। कहा कि 'नि:स्वार्थ भाव से असमर्थ लोगों की सेवा ही परम धर्म है। अस्पताल के चिकित्सक डॉ. रवि कौशल ने बताया कि इस चिकित्सा शिविर में लोटस आइ इंस्टीट्यूट, मुंबई के नेत्र चिकित्सक डॉ. मुस्तफाक व उनका दल अब तक 400 से अधिक नेत्र रोग के रोगियों का ईलाज कर चुका है। जिसमें से 150 से अधिक मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशन किए गए। साथ ही दंत सर्जन डॉ. निशरीन पारेख, व डॉ. मनोज कांडपाल की टीम ने 170 से अधिक दंत रोगियों की चिकित्सा की। चिकित्सा शिविर में नेत्र से संबंधित अन्य समस्याओं का भी निदान किया गया तथा निश्शुल्क चश्मे एवं दवा भी वितरित की जा रही हैं। वहीं दांतों की निश्शुल्क जांच, दांतों व मसूड़ों की सफाई, दांत निकालने, दांत भरवाने व दांतों की झनझनाहट का इलाज शिविर में किया जा रहा है। चिकित्सा शिविर में तकनीकी सहायक प्रेमराज व प्रेम¨सह आदि ने योगदान दिया।

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