विधायक के हस्तक्षेप से हुआ श्रमिक का पोस्टमार्टम

विकासनगर कोतवाली क्षेत्र के हथियारी में व्यासी जल विद्युत परियोजना के निर्माण के दौरान श्रमिक की मौत के बाद मोरचरी पर ग्रामीणों ने हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 12:30 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 12:30 AM (IST)
विधायक के हस्तक्षेप से हुआ श्रमिक का पोस्टमार्टम
विधायक के हस्तक्षेप से हुआ श्रमिक का पोस्टमार्टम

जागरण संवाददाता, विकासनगर: कोतवाली क्षेत्र के हथियारी में व्यासी जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान ऊंचाई से गिरने के चलते श्रमिक के मौत मामले में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। श्रमिक के शव का मोरचरी पर हंगामा कर कुछ ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। विरोध को देखते हुए पोस्टमार्टम करने आए चिकित्सक वापस लौट गए। विधायक मुन्ना सिंह चौहान और पुलिस बल के मोरचरी पर आने के बाद हंगामा कर रहे लोग शांत हुए। उनकी मौजूदगी में ही पोस्टमार्टम हुआ और कंपनी से मृतक आश्रितों को मुआवजा दिलाकर समझौता कराया गया।

गुरुवार को परियोजना में निर्माण कार्य के दौरान श्रमिक जनक सिंह पुत्र पुस्सू निवासी कटापत्थर की मौत हो गई थी। शव का मोरचरी विकासनगर में पोस्टमार्टम होना था। मृतक के स्वजन और कंपनी प्रबंधन के बीच मुआवजे पर वार्ता हो रही थी, इसी बीच भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर समर्थकों के साथ मोरचरी पर पहुंचे और हंगामा करने लगे। इसको देखते हुए मोरचरी पर पोस्टमार्टम करने आए चिकित्सक वापस लौट गए। जैसे ही यह बात क्षेत्रीय विधायक मुन्ना सिंह चौहान को पता लगी, वह खुद मौके पर पहुंचे और चौकी प्रभारी बाजार अर्जुन सिंह गुसाईं को चिकित्सक बुलाकर शव का पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए। विधायक के आने पर हंगामा करने वाले शांत हो गए और मौके से चले गए। विधायक और पुलिस की मौजूदगी में चिकित्सकों ने शव का पोस्टमार्टम किया। दरअसल यमुना नदी पर बन रही 120 मेगावाट क्षमता की व्यासी जलविद्युत परियोजना का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। व्यासी जल विद्युत परियोजना में काम कर रही कंपनी से मुआवजे की मांग स्वजन कर रहे थे। ग्रामीणों का आरोप था कि कंपनी ने श्रमिकों की सुरक्षा के मानक पूरे नहीं किए हैं, जिससे श्रमिक हादसे का शिकार हो रहे हैं। जलविद्युत परियोजना में कार्य करने वाले श्रमिक के स्वजन व कंपनी प्रबंधन के बीच आपसी राजीनामे में यह तय हुआ कि संबंधित कंपनी श्रमिक के परिवार को एक लाख रुपये नकद व मृतक श्रमिक की पत्नी के बैंक खाते में नौ लाख रुपये जमा करेगी। कंपनी प्रबंधन ने यह आश्वासन भी दिया कि बीमा से जो भी क्लेम मिलेगा, वह भी मृतक आश्रित को दिया जाएगा। विधायक मुन्ना चौहान ने श्रमिक की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि होने के नाते वह श्रमिक आश्रितों की हरसंभव मदद कराएंगे।

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