किडनी बेचने वालों को पुलिस का अभयदान!

जागरण संवाददाता, देहरादून: पूरे देश में महीनों तक चर्चा में रहे देहरादून किडनी कांड के उ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 May 2018 03:00 AM (IST) Updated:Mon, 28 May 2018 03:00 AM (IST)
किडनी बेचने वालों को पुलिस का अभयदान!
किडनी बेचने वालों को पुलिस का अभयदान!

जागरण संवाददाता, देहरादून : पूरे देश में महीनों तक चर्चा में रहे देहरादून किडनी कांड के उस नेटवर्क को खंगालने में पुलिस अब तक नाकाम रही है जिसके जरिये सरगना अमित राऊत तक किडनी बेचने वाले पहुंचते थे। जबकि हकीकत है कि पुलिस को अवैध रूप से किडनी बेचने वालों से लेकर गैरकानूनी तरीके से किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले सौ के करीब लोगों के नाम पुलिस को मुखबिर तंत्र के जरिये मिल चुके हैं। मगर हैरान करने वाली बात यह है कि इसमें से दो-चार को छोड़कर पुलिस ने अब किसी के बयान दर्ज नहीं किए हैं।

बता दें कि 11 सितंबर 2017 को देहरादून के डोईवाला स्थित गंगोत्री चैरिटेबल हॉस्पिटल में महीनों से चल रहे किडनी ट्रांसप्लांट के अवैध धंधे का दून पुलिस ने खुलासा किया था। करीब तीन महीने तक चली विवेचना के बाद पुलिस ने दिसंबर 2017 में मामले में 13 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इस चार्जशीट में पुलिस ने 63 गवाहों के नाम दिए हैं, जिसमें पुलिसकर्मी से लेकर गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों तक के नाम हैं। मगर, पुलिस उन लोगों तक अब तक नहीं पहुंच पाई जो अमित राऊत तक किडनी बेचने वालों को लेकर आते थे। हालांकि, सूत्रों की मानें तो पुलिस को उसके मुखबिर तंत्र ने ऐसे सौ के करीब लोगों के नाम बताए हैं, जो या तो किडनी बेचने वालों को लेकर अमित राऊत के पास आते थे या फिर किडनी ट्रांसप्लांट कराने वालों से उन्हें मिलाते थे। मगर, इनमें से कई के नाम न तो पुलिस ने विवेचना में शामिल किए न ही नेटवर्क के अंदर तक जाने की कोशिश की। अफसरों की मानें तो किडनी कांड के आरोपितों के खिलाफ सबूतों और गवाहों के आधार पर मजबूत चार्जशीट तैयार की गई है, जो आरोपितों को सजा दिलाने को काफी है।

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भगोड़े अक्षय का अब तक सुराग नहीं

किडनी कांड के मुख्य आरोपियों में से एक अक्षय राऊत को पुलिस अभी तक नहीं ढूंढ पाई है। चर्चा तो यहां तक होने लगी है कि अक्षय देश छोड़कर भाग चुका है। यह संदेह इसलिए भी पुख्ता होने लगा है, क्योंकि अक्षय के मिलने के सभी संभावित स्थानों पर पुलिस दर्जनों बार दबिश दे चुकी है। मगर, उसके गिरेबान तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंचे।

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किडनी बेचने और ट्रांसप्लांट कराने वाले कई लोगों से पूछताछ की गई है। कुछ के नाम चार्जशीट में दाखिल भी किए गए हैं। अक्षय की गिरफ्तारी के बाद प्रकरण में उसके खिलाफ दाखिल होने वाली चार्जशीट में कुछ और नाम भी जोड़े जाएंगे।

सरिता डोबाल, एसपी ग्रामीण, देहरादून

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