संकट के दौर में अपनों ने किया किनारा तो पुलिस बनी सहारा

चकराता संकट के इस दौर में तमाम चुनौतियों से जूझ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की मददगार पुलिस बन रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 12:07 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 12:07 AM (IST)
संकट के दौर में अपनों ने किया किनारा तो पुलिस बनी सहारा
संकट के दौर में अपनों ने किया किनारा तो पुलिस बनी सहारा

संवाद सूत्र, चकराता: संकट के इस दौर में तमाम चुनौतियों से जूझ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों से स्वजन किनारा कर रहे हैं। ऐसा ही मामला शनिवार रात को सीमांत त्यूणी क्षेत्र में सामने आया, जहां कोरोना संक्रमित युवक की तबीयत बिगड़ने पर मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। कोरोनाकाल में अपनों के किनारा करने से थाना पुलिस टीम और प्रभारी चिकित्साधिकारी पीपीई किट पहन कर पीड़ित युवक के मददगार बने। फिलहाल युवक की हालत सामान्य बताई जा रही है।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चलने से हालात बेकाबू हो रहे हैं। कोविड-19 का प्रकोप जौनसार-बावर के सीमांत इलाकों में तेजी से फैल रहा है। सीमांत त्यूणी क्षेत्र में एक युवक की बीते पांच मई को कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद से वह होम आइसोलेट है। थानाध्यक्ष संदीप पंवार ने कहा कि होम आइसोलेट हुए कोरोना संक्रमित युवक की बीते शनिवार रात करीब दो बजे अचानक तबीयत बिगड़ने से उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी। संक्रमित युवक ने स्वजनों को फोन किया पर कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। तबियत ज्यादा बिगड़ने से पीड़ित युवक ने आपातकालीन सेवा 108 व थाना पुलिस को फोन कर समस्या बताई। सूचना के तुरंत बाद थानाध्यक्ष संदीप पंवार टीम के साथ राजकीय अस्पताल त्यूणी पहुंचे। इस दौरान अस्पताल में खड़ी एंबुलेंस के संचालन को कोई चालक नहीं होने से थाना पुलिस टीम और प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र राणा पीपीई किट पहनकर कोरोना संक्रमित युवक की मदद को उसके घर गए। रात में पीड़ित के घर पहुंची स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीम की तत्परता से कोरोना संक्रमित युवक का उपचार किया गया। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र राणा ने कहा कि कोरोना संक्रमित युवक को आइसोलेट किट दी गई है और खानपान के संबंध में बताया गया है। घबराहट की वजह से पीड़ित युवक को बेचैनी होने से सांस लेने में परेशानी हो रही थी, जिससे उसका ऑक्सीजन लेवल सामान्य से कम हो गया।

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