उत्‍तराखंड में सड़क सुरक्षा के लिए 60 वाहन खरीदेगा पुलिस विभाग, इतने करोड़ रुपये हुए स्वीकृत

उत्‍तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। इसमें ये बात सामने आई है कि अधिकांश दुर्घटनाएं लापरवाही करने के से हो रही हैं। इन्‍हें रोकने के लिए पुलिस विभाग 60 वाहन खरीदेगा। इसके लिए 5.66 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 02:47 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 02:47 PM (IST)
उत्‍तराखंड में सड़क सुरक्षा के लिए 60 वाहन खरीदेगा पुलिस विभाग, इतने करोड़ रुपये हुए स्वीकृत
प्रदेश में सड़क सुरक्षा के कार्यों में गति लाने को पुलिस विभाग 60 वाहन खरीदेगा।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में सड़क सुरक्षा के कार्यों में गति लाने को पुलिस विभाग 60 वाहन खरीदेगा। इसके लिए सड़क सुरक्षा कोष से 5.66 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इन वाहनों की खरीद के बाद पुलिस जल्द ही हाईवे पर भी गश्त करती नजर आएगी। प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। दुर्घटनाएं राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग पर सबसे अधिक हो रही हैं।

इन दुर्घटनाओं के कारण की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि अधिकांश दुर्घटनाएं लापरवाही करने के कारण हो रही हैं। इनमें ओवर स्पीडिंग, शराब पीकर वाहन चलाना और यातायात नियमों का उल्लंघन करना शामिल है। इसे देखते हुए राज्य सड़क सुरक्षा समिति द्वारा प्रवर्तन (चेकिंग) के कार्यों में तेजी लाने की अपेक्षा की गई है। प्रवर्तन दलों को मजबूत करने और आधुनिक उपकरणों से लैस भी किया जा रहा है।

इस कड़ी में हाल ही में मुख्य सचिव एसएस संधु की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा कोष समिति की बैठक में प्रवर्तन के लिए वाहनों की खरीद को स्वीकृत दी गई है। इसमें सबसे अधिक वाहन पुलिस विभाग के लिए स्वीकृत किए गए हैं। हाईवे में प्रवर्तन कार्य के लिए 15 बुलेरो, सिटी क्षेत्र में प्रवर्तन के लिए 20 बुलेट मोटरसाइकिल, हाईवे में पेट्रोलिंग के लिए 20 इंटरसेप्टर मोटरसाइकिल और पांच इंटरसेप्टर वाहन खरीदे जाएंगे। इन 60 वाहनों की खरीद को मंजूरी भी मिल गई हैं।

इस समय पुलिस मुख्यालय द्वारा इनकी खरीद की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा परिवहन विभाग को रडार गन युक्त दो इंटरसेप्टर वाहन भी खरीदने की अनुमति दी गई है। पुलिस विभाग से ये भी अपेक्षा की गई है कि इन वाहनों की खरीद के बाद लगातार राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रवर्तन कार्यों में तेजी लाई जाए, ताकि दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके।

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