अपने हुए बेगाने तो पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार, पश्चिम बंगाल की बुजुर्ग महिला की कोरोना से हुई थी मौत

कोरोना के खौफ ने रिश्ते-नातों को भी संक्रमित कर दिया है। हाल यह है कि कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने पर संबंधित की मृत देह से अपने भी बेगानों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। ऐसा ही एक वाकया दून के नेशविला रोड क्षेत्र में सामने आया है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 06:30 AM (IST)
अपने हुए बेगाने तो पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार, पश्चिम बंगाल की बुजुर्ग महिला की कोरोना से हुई थी मौत
पुलिस ने अपनों का फर्ज निभाया और बुजुर्ग की मृत देह को श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया।

जागरण संवाददाता, देहरादून: कोरोना के खौफ ने रिश्ते-नातों को भी संक्रमित कर दिया है। हाल यह है कि कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने पर संबंधित की मृत देह से अपने भी बेगानों जैसा व्यवहार कर रहे हैं। ऐसा ही एक वाकया दून के नेशविला रोड क्षेत्र में सामने आया है। यहां अकेले निवास कर रही पश्चिम बंगाल की बुजुर्ग महिला की कोरोना से मौत होने पर उनके स्वजनों ने दून आने में असमर्थता जता दी। ऐसे में पुलिस ने अपनों का फर्ज निभाया और बुजुर्ग की मृत देह को श्मशान घाट ले जाकर उसका रीति-रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया। 

रविवार को नेशविला रोड निवासी सुप्रा हंडा ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनके घर में किराये पर रहने वाली मंगला ज्ञान की शनिवार शाम मृत्यु हो गई है। कोरोना वायरस से जंग लड़ रही मंगला अपने कमरे में ही आइसोलेट थीं। वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली थीं और सुप्रा के घर में बीते आठ साल से अकेले निवास कर रही थीं। मंगला की मृत्यु की सूचना सुप्रा ने मोबाइल फोन के माध्यम से पश्चिम बंगाल में उनके स्वजनों को दी तो उन्होंने देहरादून आने में असमर्थता जता दी। इसके अलावा पड़ोसियों ने भी कोरोना संक्रमित होने के कारण महिला के अंतिम संस्कार में सहयोग करने से साफ इन्कार कर दिया। ऐसे में मानवता का फर्ज निभाते हुए सीओ सिटी शेखर सुयाल और धारा चौकी इंचार्ज शिशुपाल राणा पीपीई किट पहनकर सुप्रा के घर पहुंचे। उन्होंने मंगला के शव को कमरे से निकालकर एंबुलेंस में रखा और श्मशान घाट ले जाकर खुद ही अंतिम संस्कार किया। 

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ऑक्सीजन सिलिंडर पहुंचाकर बचाई जान

देहरादून: नेहरू कॉलोनी और रायपुर थाना पुलिस ने दो कोरोना संक्रमितों को समय पर ऑक्सीजन सिलिंडर पहुंचाकर उनकी जान बचाई। नेहरू कॉलोनी थाने में तैनात इंस्पेक्टर राकेश गुसांई ने बताया कि रविवार को सिटी कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि अजबपुर स्थित सरस्वती विहार में रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमित मां का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया है। उन्हें तुरंत ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर की जरूरत है। कोरोना के भय से कोई पड़ोसी भी मदद नहीं कर रहा। ऐसे में इंस्पेक्टर ने बाईपास पुलिस चौकी के माध्यम से तत्काल बीमार बुजुर्ग को ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर उपलब्ध करवाया। दूसरी तरफ, नेहरूग्राम स्थित बद्रीश कॉलोनी में रहने वाले अखलेश कलूड़ा ने थानाध्यक्ष रायपुर दिलबर ङ्क्षसह नेगी को फोन कर सूचना दी कि उनके रिश्तेदार सरोज बिष्ट निवासी शास्त्री नगर का स्वास्थ्य खराब है। उन्हें तुरंत ऑक्सीजन की आवश्यकता है। पुलिस की तरफ से तुरंत ऑक्सीजन  सिलिंडर की व्यवस्था कर संबंधित मरीज के घर भिजवाया गया।

घर-घर जाकर बुजुर्गों का हालचाल पूछा

देहरादून: रायपुर थाना पुलिस ने रविवार को क्षेत्र में अकेले रह रहे बुजुर्गों के घर जाकर उनका हालचाल जाना। इस दौरान 54 बुजुर्गों से संपर्क किया गया। थानाध्यक्ष दिलबर ङ्क्षसह नेगी ने बताया कि क्षेत्र के बुजुर्गों का हाल जानने के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। बुजुर्गों को थाने के फोन नंबर देकर किसी भी आकस्मिक स्थिति में सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया जा रहा है। जिन बुजुर्गों ने आवश्यक वस्तुओं, दवा, राशन आदि की आवश्यकता बताई, उन्हें चीता पुलिस के माध्यम से इसकी आपूर्ति की गई। 

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