Online Fraud: आनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, चार आरोपित गिरफ्तार

पुलिस ने आनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के चार सदस्‍यों को गिरफ्तार किया है। आरोपित आमजन को फोन कर उनसे आनलाइन ठगी करते थे। एक मामले की जांच में पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। उनके पास से एटीएम कार्ड पासबुक आदि बरामद हुए।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 04:54 PM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 04:54 PM (IST)
Online Fraud: आनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, चार आरोपित गिरफ्तार
पुलिस ने आनलाइन धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है।

जागरण संवाददाता, विकासनगर (देहरादून)।

सेलाकुई थाने की पुलिस ने आनलाइन ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के चार शातिर आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ठगों ने हाल ही में सेलाकुई की कंपनी में कार्यरत कर्मी के खाते से 60 हजार रुपये निकाल लिये थे। ठगी का सारा खेल दिल्ली में बैठा शातिर करता था, जबकि स्थानीय तीन युवक भी इसमें शामिल हैं। आरोपित तमाम व्यक्तियों का खाता बैंक में खुलवाकर एटीएम अपने पास रख लेते थे। पुलिस ने आरोपितों के पास से बड़ी संख्या में एटीएम, पासबुक, सिमकार्ड, लैपटाप, आइपैड आदि सामान बरामद किया है।

सेलाकुई थाने में चार सितंबर को एक कंपनी में कार्यरत पंकज कुमार मालवीय पुत्र चंद्रधेश मालवीय मूल निवासी नरही जीवा जिला सिद्धार्थनगर, उत्तर प्रदेश हाल निवासी राजारोड सेलाकुई ने तहरीर देकर बताया था कि 26 अगस्त को उनके पास फोन काल आया। काल करने वाले ने खुद को बैंक कर्मी बताकर उनके क्रेडिट कार्ड की पूरी जानकारी हासिल की और धनराशि क्षमता बढ़ाने के लिए तीन बार सत्यापन कोड भेजा। इसके कुछ ही देर बाद साइबर ठग ने पंकज के खाते से अलग-अलग किस्तों में 60,600 रुपये निकाल लिए।

पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की। थानाध्यक्ष विनोद सिंह राणा ने आनलाइन ठगी करने वालों की धरपकड़ को पुलिस टीम गठित कर पीड़ित के पास फोन करने वाले मोबाइल नंबर की लोकेशन और डिटेल निकाली। लोकेशन दिल्ली की निकलने पर थानाध्यक्ष सेलाकुई टीम के साथ दिल्ली पहुंचे और संभावित स्थानों पर दबिश दी। पुलिस जांच में पता चला कि 26 अगस्त को पंकज कुमार के क्रेडिट कार्ड से आनलाइन निकाले गये रुपये को तीन बैंक खातों में स्थानान्तरित किया गया है।

इनमें एक बैंक खाता पश्चिम बंगाल और दो बैंक खाते नैनीताल बैंक सुद्दोवाला प्रेमनगर का निकला। थानाध्यक्ष ने स्थानीय स्तर पर बैंक में जाकर खातों की जानकारी की तो पता चला कि बैंक खाते फैय्याज और मुकेश कुमार के नाम से हैं। पुलिस ने फैय्याज पुत्र वजीर अहमद निवासी शंकरपुर रामपुर सहसपुर और मुकेश कुमार पुत्र रामाआशीष निवासी चोई बस्ती रामपुर सहसपुर से सख्ती से पूछताछ की तो प्रकाश में आया कि मो. हुसैन पुत्र शाकिर निवासी शंकरपुर रामपुर सहसपुर लंबे समय से ठगी कर रहे हैं।

आरोपित हुसैन के बारे में पुलिस को पता चला कि उसके संबंध फाइनेंस कंपनी में रिकवरी एजेंट के रूप में काम करने वाले अमित कुमार पुत्र चरनजीत लाल निवासी डी-37 छत्रपुर एन्कलेव थाना महरोली दिल्ली मूल निवासी 33/1 सुभाष रोड पुराना होमगार्ड कार्यालय परिसर देहरादून से हैं। हुसैन प्रेमनगर, सेलाकुई, सहसपुर आदि स्थानों पर सीधे सादे व्यक्तियों को अपने विश्वास में लेकर खाता खुलवाता है और उनके एटीएम, पासबुक और खाता खुलवाते समय खाते में अमित का मोबाइल नंबर डालता है, जिससे खातों में जो भी ट्रांजक्शन होता है, उसकी पूरी जानकारी मैसेज के माध्यम से अमित के पास जाती है।

अमित दिल्ली में बैठकर फोन से व्यक्तियों को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के लिए प्रलोभन देकर उनसे ओटीपी प्राप्त कर खाते से रुपये को हुसैन की ओर से उपलब्ध कराये गए बैंक खातों में आनलाइन ट्रांसफर कर ठगी करता था। आनलाइन धोखाधड़ी के बारे में तमाम डिटेल मिलने के बाद थानाध्यक्ष विनोद सिंह राणा ने अंतरराज्यीय गैंग के अमित कुमार को डी ब्लाक अंबेडकर नगर छत्रपुर दिल्ली से मंगलवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 27 एटीएम, दस पासबुक, सात एटीएम कार्ड फार्म, नौ मोबाइल फोन, एक आइपैड, एक लैपटाप, डोंगल, विभिन्न कंपनियों के 47 सिम, एक डायरी, आठ सूची, 18 हजार रुपये नगद बरामद किए गए हैं। एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने पत्रकार वार्ता में आनलाइन धोखाधड़ी के गिरफ्तार आरोपितों की जानकारी दी।

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