पीएम मोदी पांच नवंबर को रहेंगे केदारनाथ दौरे पर, एटीवी से करेंगे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण

पीएम मोदी के पांच नवंबर को प्रस्तावित केदारनाथ दौरे के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस दौरान मोदी आल टेरेन व्हीकल (एटीवी) से केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण द्वितीय चरण के कार्यों का शिलान्यास और पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 04:11 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 04:11 PM (IST)
पीएम मोदी पांच नवंबर को रहेंगे केदारनाथ दौरे पर, एटीवी से करेंगे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण
पीएम मोदी पांच नवंबर को रहेंगे केदारनाथ दौरे पर, एटीवी से करेंगे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण।

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच नवंबर को प्रस्तावित केदारनाथ दौरे के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इस दौरान मोदी आल टेरेन व्हीकल (एटीवी) से केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण, द्वितीय चरण के कार्यों का शिलान्यास और पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण भी करेंगे।

प्रधानमंत्री के भ्रमण कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारी आवंटित कर दी हैं। इस दौरान पुनर्निर्माण कार्यों के निरीक्षण को प्रधानमंत्री एटीवी पर सवार होकर हेलीपैड से मंदाकिनी-सरस्वती नदी के संगम और आस्था पथ होते हुए मंदिर के पीछे आदि शंकराचार्य की समाधि तक जाएंगे। यह लगभग चार किमी की दूरी होगी। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल ने बताया कि एटीवी दो से तीन दिन में केदारनाथ पहुंच जाएगा। इसकी लागत 2.30 लाख रुपये है। पूर्व में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के पास दो एटीवी थे, जिसमें से एक खराब हो गया है। यह वाहन बर्फ में भी आसानी से चल सकता है। बताया कि गरुड़चट्टी को जोड़ने के लिए मंदाकिनी नदी पर साठ मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। आदि शंकराचार्य की समाधि का कार्य भी 30 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा।

यमुनोत्री दर्शन कर पवित्र छड़ी यात्रा पहुंची उत्तरकाशी

श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा की छड़ी यात्रा शनिवार को यमुनोत्री धाम के दर्शन के बाद उत्तरकाशी पहुंची। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने छड़ी का काशी विश्वनाथ मंदिर में स्वागत किया। साथ ही पूजा-अर्चना कर जनपद की खुशहाली की कामना की। स्थानीय नागरिकों ने छड़ी के दर्शन कर संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया।पवित्र छड़ी को गंगा में स्नान कराने के बाद बाबा विश्वनाथ मंदिर लाया गया। यहां पुरोहितों ने विधि-विधान से छड़ी का अभिषेक कर पूजा-अर्चना की।

इस दौरान सभापति महंत प्रेमागिरि महाराज ने कहा की दो वर्ष पूर्व पवित्र छड़ी की यात्रा शुरू हुई थी। राजकीय यात्रा घोषित करने के साथ ही पवित्र छड़ी यात्रा का उद्देश्य उपेक्षित पौराणिक तीर्थ के जीर्णोद्धार के साथ-साथ उत्तराखंड से पलायन रोकना है। साथ ही सनातन धर्म की रक्षा करना तथा क्षेत्र का आर्थिक सामाजिक विकास करना भी यात्रा का उद्देश्य है। छड़ी यात्रा में महंत शिवादत्त गिरि, पुष्कर राज गिरि, विसम्बर भारती, कुशपुरी, वासिक गिरि, गौतम गिरि, धर्मेंद्र पुरी, राजगिरि, लाल गिरि, आशुतोष गिरि आदि शामिल थे।

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