उत्तराखंड की स्थिति पर नजर रखे है केंद्र सरकार, पीएम मोदी ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान की ली जानकारी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से फोन पर बात कर उत्तराखंड में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी ली। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि राहत कार्यों के लिए केंद्रीय एजेंसियों को भी सक्रिय करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 10:10 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:35 PM (IST)
उत्तराखंड की स्थिति पर नजर रखे है केंद्र सरकार, पीएम मोदी ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान की ली जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री धामी और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी ली।

राज्‍य ब्‍यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में आई आपदा के बाद केंद्र सरकार राज्य की स्थिति पर निरंतर नजर बनाए हुए है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्यमंत्री एवं नैनीताल से सांसद अजय भट्ट को फोन कर राज्य में आपदा से हुई क्षति की जानकारी ली।

प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया कि राज्य को आपदा से निबटने के मद्देनजर केंद्र से हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी। बीते रोज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री धामी को फोन कर राज्य में बचाव एवं राहत कार्यों की तैयारियों की जानकारी ली थी।

उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने राज्य में आपदा से जानमाल की क्षति पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आपदा पीड़ितों को त्वरित राहत पहुंचा रही है। केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाकर स्थिति पर नजर रखे हुए है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं आपदा की रिपोर्ट ले रहे हैं।

बलूनी के मुताबिक मंगलवार को उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि गृह मंत्री स्वयं स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में पहली प्राथमिकता आमजन के जानमाल की रक्षा कर और उसे सुरक्षा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि राज्य में जानमाल की क्षति का आकलन कर डबल इंजन की सरकार जनता के साथ ही हर परिस्थिति में खड़ी रहेगी।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे सीएम

मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और अधिकारियों से अतिवृष्टि से प्रदेश में हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर करने के साथ ही आपदा प्रभावितों को तय मानकों के अनुसार सहायता राशि तुरंत उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि अतिवृष्टि से हुई फसल क्षति का आकलन कर शासन को जल्द रिपोर्ट भेजी जाए, ताकि प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति दी जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सेना के तीन हेलीकाप्टर भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने चमोली और रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारियों से फोन पर बात कर निर्देश दिए कि यात्रा मार्गों पर फंसे यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से भी धैर्य बनाए रखने की अपील की। साथ ही कहा कि अतिवृष्टि से हुई क्षति की भरपाई के लिए सरकार द्वारा तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें:- Uttarakhand Weather Update: आज से गढ़वाल क्षेत्र में राहत के आसार, कुमाऊं मंडल में भारी बारिश का पूर्वानुमान

chat bot
आपका साथी