देहरादून : दहशत में रात गुजार रहे रिस्पना नदी के किनारे रह रहे लोग
रिस्पना नदी के किनारे स्थित मलिन बस्ती के लोग बरसात के दौरान दशहत में रात गुजार रहे हैं। सुरक्षा दीवार ढहने से कुछ मकानों के गिरने का खतरा मंडरा रहा है। भारी बारिश होने पर बस्ती के लोग डर के साये में रात बिता रहे हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। रिस्पना नदी के किनारे स्थित मलिन बस्ती के लोग बरसात के दौरान दशहत में रात गुजार रहे हैं। कई जगहों पर नदी की सुरक्षा दीवार ढहने से कुछ मकानों के गिरने का खतरा मंडरा रहा है। रात के समय दो से तीन घंटे भारी बारिश होने पर बस्ती के लोग डर के साये में रात बिता रहे हैं। यह बात कांग्रेस की राजपुर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 13 की बैठक में उपस्थित स्थानीय निवासियों ने कही।
बैठक में कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने बस्तीवासियों की समस्याएं सुनीं। कहा कि नगर निगम, लोक निर्माण विभाग व सिंचाई विभाग हर साल दावे करते हैं कि मानसून सीजन से पहले रिस्पना व बिंदाल नदी तटों की बस्तियों की सुरक्षा दीवार बना दी जाएगी, लेकिन अनदेखी के चलते हर साल गरीब परिवारों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है।
शहर के अधिकतर नाली व नालों का पानी इन दोनों नदियों व छोटी बिंदाल नदी में मिलता है। जिससे नदियों में उफान आता है। यह गरीब परिवारों के मकानों को खतरा पैदा कर देता है। पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि रिस्पना नदी किनारे जितने भी घर हैं, उनमें डर का माहौल है। सरकार के झूठे वादों की तेज बारिश पोल खोल रही है। इन मलिन बस्तियों के सैंकड़ों घरों में नदी का पानी भर रहा है।
ऐसे में उनकी जान पर खतरा बना है। महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि पूर्व विधायक राजकुमार ने अपने कार्यकाल में इन मलिन बस्तियों को मालिकाना हक देना शुरू करवाया था। साथ ही सीवर लाइन बनवाने का कार्य का शुरू किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने उसे बंद कर दिया है, जो कि निंदनीय है। इस अवसर पर कमर खान, देवेंद्र सिंह, नीरज नेगी, पार्षद देविका रानी आदि मौजूद रहे।
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