अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जागरण के योग शिविर में सीखा कोरोना को मात देना
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दैनिक जागरण ने फेसबुक लाइव के जरिये आनलाइन योग शिविर आयोजित किया जिससे जुड़कर कई लोग ने योग किया और योग को दिनचर्या में शामिल करने का संकल्प लिया। साथ ही कोरोना को मात देना भी सीखा।
जागरण संवाददाता, देहरादून। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दैनिक जागरण ने फेसबुक लाइव के जरिये आनलाइन योग शिविर आयोजित किया, जिससे जुड़कर कई लोग ने योग किया और योग को दिनचर्या में शामिल करने का संकल्प लिया। सोमवार को सुबह छह बजे से दैनिक जागरण, देहरादून के फेसबुक पेज पर कायाकल्प योगा स्टूडियो के संस्थापक योग गुरु डा. हिमांशु सारस्वत ने लोग को योग करवाया। कोरोनाकाल को देखते हुए आनलाइन शिविर से जुड़े लोग को मानसिक एवं शारीरिक मजबूती बढ़ाने वाले, प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने एवं फेफड़ों को स्वस्थ व मजबूत रखने वाले योगासन एवं प्राणायाम सिखाए गए।
योग गुरु डा. हिमांशु सारस्वत ने ब्राह्मरी प्राणायाम से शुरुआत की, इसके बाद सूक्ष्म व्यायाम, आसन, सूर्य नमस्कार करवाए। डा. सारस्वत ने फेफड़ों की मजबूती के लिए श्वास-प्रश्वास और कुंभम का अभ्यास भी करवाया।
आनलाइन शिविर के दौरान कई लोग ने स्वास्थ्य एवं योग से जुड़े हुए सवाल भी पूछे। डा. सारस्वत ने कहा कि कोरोना महामारी फैलने के बाद से लोग अपनी सेहत के प्रति सजग हो गए हैं, लेकिन अब भी कई लोग योग के प्रति ध्यान नहीं दे रहे।
इस विशेष अभियान की मदद से आमजन को योग के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया गया। उन्होंने लोग से योग को दैनिक जीवन में शामिल करने की अपील की। कहा कि आज स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं। अगर आप स्वस्थ हैं तभी जीवन के दूसरे सुख भोग सकते हैं। शिविर का लाभ लेने वालों ने योगासन करते हुए अपनी तस्वीरें भी साझा की।
योग में असाध्य रोग ठीक करने की शक्ति
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग ट्रेनर रुचि गर्ग ने कहा कि योग एक विज्ञान है, जो किसी भी बीमारी को ठीक करने की शक्ति रखता है। यह बात उन्होंने इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट (आइएचएम) देहरादून के सोमवार को वर्चुअल योग शिविर को संबोधित करते हुए कही। रुचि गर्ग ने कहा कि कोरोना महामारी के कठिन समय में देखा गया कि योग एवं प्राणायाम कारगर साबित हुआ।
यहां तक कि भारत की उत्कृष्ट एजेंसी आइसीएमआर ने अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भस्तिका और अन्य आसनों की प्रभावशीलता को मंजूरी दी, जो कोरोना से ग्रसित रोगियों पर उपचारात्मक प्रभाव दिखाते हैं। कहा कि योग को अपने जीवन में शामिल करना सबसे स्वास्थ्यप्रद अभ्यासों में से एक है। रुचि गर्ग वर्ष 2015 से योग तकनीकों पर प्रशिक्षण प्रदान कर रही हैं। वर्चुअल शिविर में आइएचएम के प्राचार्य डा. जगदीप खन्ना, समस्त संकाय सदस्य, कर्मचारी व छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
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