कोरोना के खिलाफ जागरूक हुए लोग, ऋषिकेश में टीकाकरण के लिए उमड़ी भीड़
कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ भारत सरकार की मुहिम अब परवान चढ़ने लगी है। विशेष रूप से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण के नए चरण में लोग उत्साह पूर्वक शामिल हो रहे हैं। राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में सुबह सात बजे से ही लोग टीका लगाने पहुंचने लगे।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ भारत सरकार की मुहिम अब परवान चढ़ने लगी है। विशेष रूप से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण के नए चरण में लोग उत्साह पूर्वक शामिल हो रहे हैं। राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में सुबह सात बजे से ही लोग टीका लगाने पहुंचने लगे, जबकि टीकाकरण केंद्र नौ बजे खुलता है। यहां स्थानीय नागरिकों की लंबी लाइन लगी है।
भारत सरकार ने एक अप्रैल से 45 वर्ष आयु से अधिक व्यक्तियों को टीकाकरण की उपलब्ध कराई है। इस सुविधा के लागू होते ही टीकाकरण को लेकर नागरिकों ने तेजी के साथ चिकित्सालय के की ओर रुख कर लिया है। यहां रविवार को भी केंद्र खोला गया और 399 व्यक्तियों ने टीका लगवाया।
सोमवार को सुबह सात बजे से ही लोग यहां पहुंचने लगे।राजकीय चिकित्सालय के टीकाकरण केंद्र के बाहर सभी लोग लाइन लगाकर खड़े हो गए। नौ बजे टीकाकरण की प्रक्रिया नियमित रूप से शुरू होती है। इस बीच यहां तीन लाइन लग गई। यह लाइन टीका केंद्र से लेकर राजकीय चिकित्सालय की इमरजेंसी तक पहुंच गई है। व्यवस्था बनाने के लिए इमरजेंसी से आगे रस्सी बांधकर सामान्य कार्य से यहां आने वाले व्यक्तियों को जाने से रोका जा रहा है। उन्हें चिकित्सालय भवन के मुख्य द्वार की ओर भेजा जा रहा है।
इस परिसर में सिर्फ टीकाकरण और कोविड-19 जांच के लिए आने वालों को ही प्रवेश की अनुमति है। अब तक यहां करीब 110 लोग अपना पंजीकरण करा चुके हैं, जबकि इससे ज्यादा लोग लाइन में खड़े हैं। टीका लगाने के लिए दो कक्ष बनाए गए हैं। हालत यह है कि टीकाकरण केंद्र के अंदर टीका लगाने के बाद ऑब्जरवेशन के लिए रुकने वाले लोग बहुत ज्यादा हो गए हैं। जिस कारण कंप्यूटर डाटा एंट्री सिस्टम को कुछ समय के लिए रोका गया है। हेल्थ सुपरवाइजर एसएस यादव ने बताया कि टीकाकरण के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करना भी आवश्यक है। केंद्र के भीतर भीड़ बढ़ने के कारण डाटा एंट्री सिस्टम को कुछ समय के लिए बंद किया गया है। यह क्रम भीड़ के हिसाब से रखा गया है। अब तक यहां 52 व्यक्तियों का टीकाकरण हो चुका है।
टीका लगवाने के लिए यहां आने वाले 45 वर्ष आयु सीमा या फिर बुजुर्ग सभी के चेहरे पर वैक्सिंग को लेकर किसी भी तरह की शंका नहीं है। टीका लगवाने आए 50 वर्षीय सदानंद ने विक्ट्री साइन बना कर खुशी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि यह टीकाकरण अभियान भारत और भारतीयों की सुरक्षा के लिए है। हमारी कोशिश होगी कि हम ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करें। बड़ी बात यह है कि जितने भी लोग लाइन में खड़े हैं उनके भीतर अति शीघ्र टीका लगाने की होड़ देखी गई है। लेकिन सभी लोग संयम के साथ अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
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