देहरादून में इस अस्पताल में मरीजों को आपरेशन के लिए बुलाया, घंटों बिठाया; फिर लौटाया
गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में स्टाफ की लापरवाही के कारण मरीजों और उनके तीमारदारों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ी। मरीजों को आपरेशन के लिए बुलाया गया था मगर कई घंटे तक इंतजार कराने के बाद बैरंग लौटा दिया गया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में स्टाफ की लापरवाही के कारण मरीजों और उनके तीमारदारों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ी। मरीजों को आपरेशन के लिए बुलाया गया था, मगर कई घंटे तक इंतजार कराने के बाद बैरंग लौटा दिया गया। अब मरीजों को आपरेशन कराने के लिए दोबारा से कोरोना की जांच करानी होगी, क्योंकि चिकित्सक ने उन्हें अगले सप्ताह बुलाया है।
सोमवार को चार मरीज चिकित्सक के दिए समयानुसार आंख का आपरेशन कराने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। मरीजों ने बताया कि नेत्र सर्जन डा. राजकेश पांडेय ने आपरेशन के लिए बुलाया था, लेकिन चार घंटे तक बिठाने के बाद कह दिया कि अगले सोमवार को आना। मरीजों का कहना था कि आपरेशन के लिए कराई गई कोरोना की जांच सोमवार तक ही मान्य है। अगले सोमवार को आने के लिए फिर से कोरोना की आरटीपीसीआर जांच करवानी होगी। आरोप लगाया कि डाक्टर आपरेशन के नाम पर इधर-उधर चक्कर कटवाते रहे। उन्हें आपरेशन थिएटर में आंख में दवा डालकर रखा भी गया, लेकिन फिर आपरेशन करने से मना कर दिया। नर्सिंग स्टाफ ने भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
इस मामले में गांधी अस्पताल के प्रभारी डा. प्रवीण पंवार का कहना है कि अगर मरीजों को बुलाकर आपरेशन नहीं किया गया तो यह गलत है। संबंधित डाक्टर और स्टाफ से इसका कारण पूछा जाएगा। ऐसा नहीं होना चाहिए था। हालांकि, उनके पास इस संबंध में अभी कोई लिखित शिकायत नहीं आई है।
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