Paryushan Parv 2021: जैन मुनियों ने प्रवचन में कहा, ब्रह्मचर्य आत्मसात करना ही सच्चा तप
Paryushan Parv 2021 जैन मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। यहां भक्तों ने अनंतनाथ भगवान की पूजा कर सुख समृद्धि और कोरोना से मुक्ति की कामना की। साथ ही जैन समाज के व्यक्तियों ने व्रत का उद्यापन किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Paryushan Parv 2021 पर्युषण पर्व के अंतिम दिन रविवार को सभी जैन मंदिरों में श्रद्धालु उमड़े। यहां भक्तों ने अनंतनाथ भगवान की पूजा कर सुख समृद्धि और कोरोना से मुक्ति की कामना की। साथ ही जैन समाज के व्यक्तियों ने व्रत का उद्यापन किया।
जैन मुनि विबुध्द सागर व क्षुल्लक समर्पण सागर महाराज के परम सानिध्य में दिगंबर जैन समाज की ओर से जैन धर्मशाला में चल रहे दशलक्षण पर्व के समापन पर मंदिरों में सुबह जाप, अभिषेक, वृहद शांतिधारा, नित्य नियम पूजन किया गया। इस मौके पर जैन मुनियों ने प्रवचन में कहा कि समस्त धर्मों का राजा ब्रह्मचर्य धर्म है। ब्रह्मचर्य आत्मसात करना ही सच्चा तप है। उत्तम ब्रह्मचर्य सभी जीवों को अपने अंतरंग में धारण करना चाहिए।
आयु में अपने से बड़ी स्त्रियों को माता समान, अपने समान आयु की युवतियों को बहन समान और अपने से छोटी उम्र की युवतियों को बेटी के समान देखना चाहिए। इस दौरान मुख्य लड्डू चंद्रसेन जैन और विनोद कुमार जैन ने चढ़ाया। इस अवसर पर दोपहर को धर्मशाला प्रांगण में भव्य पालकी यात्रा के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम और पारणा महोत्सव सौरभ सागर सेवा समिति द्वारा किया गया।
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अनंत चतुर्दशी पर विशेष आयोजन
जैन श्रद्धालुओं अनंत चतुर्दशी के मौके पर जैन धर्मशाला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया। इस अवसर पर जैन भवन मंत्री संदीप जैन ने बताया कि 21 सितंबर सुबह नौ बजे क्षमावाणी महापर्व जैन मिलन देहरादून के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी मधु सचिन जैन, महामंत्री हर्ष जैन, आशीष जैन, अर्जुन जैन, अमित जैन, अजित जैन, नरेश चंद जैन, सचिन जैन, ममलेश जैन, सुनील जैन, सुखमाल जैन आदि मौजूद रहे।
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