पारंपरिक वाद्य यंत्रों के ताल से ताल मिलाएंगे देवभूमि के लाल, पढ़‍िए पूरी खबर

नई पीढ़ी को पारंपरिक वाद्य यंत्रों के सुर-ताल का ज्ञान देने को जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण विशेष प्रयास करने जा रहे हैं। उन्‍होंने इसके लिए उन्होंने दून में जागर ढोल सागर इंटरनेशनल एकेडमी खोलने की घोषणा की है।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 05:10 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 05:10 PM (IST)
पारंपरिक वाद्य यंत्रों के ताल से ताल मिलाएंगे देवभूमि के लाल, पढ़‍िए पूरी खबर
पारंपरिक वाद्य यंत्रों के सुर-ताल का ज्ञान देने को जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण विशेष प्रयास करने जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, देहरादून: नई पीढ़ी को पारंपरिक वाद्य यंत्रों के सुर-ताल का ज्ञान देने को जागर सम्राट पद्मश्री प्रीतम भरतवाण विशेष प्रयास करने जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने दून में जागर ढोल सागर इंटरनेशनल एकेडमी खोलने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि संगीत में रुचि रखने वाले छात्रों को दून में पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन सीखने का मौका मिलेगा।

गुरुवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने बताया कि एकेडमी खुलने से लोक संगीत, पारंपरिक ढोल दमाऊ, हुड़का, डोर आदि में रुचि रखने वाले छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों को उत्तराखंडी लोक संस्कृति को जानने व समझने का मौका मिलेगा। जागर ढोल सागर इंटरनेशनल एकेडमी से निशुल्क प्रशिक्षण लेने के लिए इच्छुक युवा आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एकेडमी का उद्देश्य प्रदेश की लोक संस्कृति, जागर, ढोल सागर जैसी विधाओं को बचाना है। एकेडमी का शुभारंभ 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर मुख्य अतिथि करेंगे। एकेडमी के शुभारंभ के मौके पर ढोल कला विरासत को संजोने वाले 105 वर्षीय ढोल सागर ज्ञाता शेरदास व 81 वर्षीय कलम दास जैसे अन्य कलावंतों को भी सम्मानित किया जाएगा।

हेमा नेगी करासी का सेम नागराज जागर रिलीज

उत्तराखंड के पारंपरिक जागरों के क्रम में लोकगायिका हेमा नेगी करासी का 'सेम नागराज जागर' यूट्यूब चैनल पर रिलीज हो गया है। एक घंटे में ही इस जागर को 3600 व्यू मिले। मंगलवार को राजपुर रोड स्थित होटल में मुख्य अतिथि अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पूर्व डीजीपी अनिल रतूड़ी, पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक पूनम चंद ने एचएनके प्रोडक्शन के बैनर तले जागर को रिलीज किया। राधा रतूड़ी ने कहा कि संस्कृति को जीवंत रखने के लिए इस तरह के गीत जरूरी हैं। हेमा नेगी ने बताया कि इस जागर गीत की शूटिंग बीते महीने टिहरी के सेममुखेम स्थित सेमनाग राज मंदिर के परिसर में किया है।

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उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की परंपरा को आगे भी बनाए रखने के लिए 12 मिनट का यह जागर गीत रिलीज किया है। सोहन चौहान के निर्देशन में जागर में गुंजन डंगवाल ने म्यूजिक दिया है। अंजू नेगी, सुमन नेगी, महेश, मोहित मंद्रवाल, मनोज ने अभिनय किया है। इस मौके पर एचएनबी गढ़वाल विश्विद्यालय के पूर्व डीन एनपी काला, गीत के निर्माता व निर्देशक एनएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के एलुमनाई एसोसिएशन के सेक्रेटरी महिपाल सिंह रावत आदि मौजूद रहे।

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