देहरादून पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस, मुख्‍यमंत्री ने ऑक्‍सीजन टेंकर को दिखाई हरी झंडी

उत्तराखंड को ऑक्सीजन की पहली खेप मिल गई है। मंगलवार रात 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के साथ देहरादून के हर्रावाला रेलवे स्टेशन पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची। इस ट्रेन में छह कंटेनर हैं जिनमें चार उत्तराखंड के लिए हैं और इनमें 70 मीट्रिक टन ऑक्सीजन है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 07:42 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:42 AM (IST)
देहरादून पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस, मुख्‍यमंत्री ने ऑक्‍सीजन टेंकर को दिखाई हरी झंडी
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सुबह हर्रावाला पहुंचकर ट्रेन का स्वागत किया और ऑक्सीजन कंटेनर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड को ऑक्सीजन की पहली खेप मिल गई है। मंगलवार रात 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के साथ देहरादून के हर्रावाला रेलवे स्टेशन पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची। इस ट्रेन में छह कंटेनर हैं, जिनमें चार उत्तराखंड के लिए हैं और इनमें 70 मीट्रिक टन ऑक्सीजन है। इसके अलावा दो अन्य कंटेनरों को पंजाब भेजा जाना है। उधर, उत्तराखंड को ऑक्सीजन मिलने की जानकारी खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर दी। वहीं राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने रेल मंत्री का आभार व्यक्त किया है। 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हर्रावाला स्थित रेलवे स्टेशन पर केंद्र सरकार द्वारा ऑक्सीजन एक्सप्रेस के ज़रिये भेजी गई ऑक्सीजन को प्रदेश के विभिन्न स्थानों के लिए रवाना किया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उत्तराखंड की विषम परिस्थितियों को देखते हुए राज्य को केंद्र सरकार की तरफ से भरपूर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि यह ऑक्सीजन गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल में भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहले भी ऑक्सीजन की कमी नहीं थी, लेकिन जैसे-जैसे ऑक्सीजन बेड अस्पतालों में बढ रहे हैं वैसे ही खपत भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में इसका लाभ प्रदेश की जनता को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऑक्सीजन सप्लाई लगातार आगे भी जारी रहेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 18 साल से ऊपर की आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया है, जिसके बाद नौजवानों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर स्तर पर प्रयास कर रही है और आगे कोई भी आवश्यकता पड़ने पर केंद्र ने प्रदेश सरकार को पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड गाइडलाइन का हर हाल में पालन करें और कोरोना से बचने के लिए लगातार सावधानी बरतें।

रेल अधिकारियों के अनुसार, यह ट्रेन झारखंड के टाटानगर से चली थी। मंगलवार रात नौ बजकर 28 मिनट पर यह ट्रेन देहरादून के हर्रावाला रेलवे स्टेशन पहुंची। बुधवार को इस ऑक्सीजन को राज्य के अधिकारियों के सुपुर्द किया गया।  मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सुबह हर्रावाला पहुंचकर ट्रेन का स्वागत किया और ऑक्सीजन कंटेनर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

मुरादाबाद मंडल के सीनियर डीसीएम (फ्रेट) मोनू लूथरा ने बताया कि उत्तराखंड के लिए ऑक्सीजन की पहली खेप लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस हर्रावाला स्टेशन पहुंच गई है। बताया कि इस ट्रेन में 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन है। 

उत्तराखंड में दूसरे राज्यों से सप्लाई हो रही ऑक्सीजन

उत्तराखंड में भले ही इस समय प्रतिदिन 300 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन तैयार हो रही है, लेकिन इसके बावजूद राज्य को ऑक्सीजन सप्लाई के लिए दूसरे राज्यों की ओर देखना पड़ रहा है। इसका कारण यह है कि केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के लिए ऑक्सीजन का कोटा तय कर दिया है। ऐसे में यहां तैयार हो रही ऑक्सीजन दूसरे राज्यों को जा रही है और उत्तराखंड को अन्य राज्यों से ऑक्सीजन लेनी पड़ रही है। 

उत्तराखंड में इस समय बड़ी संख्या में मरीज ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और आइसीयू में भर्ती हैं। ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड में 10 लीटर प्रति मिनट और आइसीयू बेड में 24 लीटर प्रति मिनट के हिसाब से सप्लाई होनी चाहिए। अभी प्रदेश में 5500 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, 1390 आइसीयू और 876 वेंटिलेटर हैं। इनके हिसाब से उत्तराखंड को प्रतिदिन 165.18 मीट्रिक टन आक्सीजन चाहिए। कुल उपलब्ध बेड के सापेक्ष अभी जो बेड भरे हैं, उसके लिए प्रतिदिन 130 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है। प्रदेश के पास अभी 126 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध है। इसके अलावा अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांट से पांच मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही है, जिससे मौजूदा जरूरत पूरी हो रही है। उत्तराखंड के लिए केंद्र सरकार ने 183 मीट्रिक टन का कोटा तय किया हुआ है। 

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