उत्‍तराखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुचाए जांएगे आक्सीजन कंसन्ट्रेटर

प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट गई है। इस कड़ी में अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आक्सीजन कंसन्ट्रेटर पहुंचाने की तैयारी है। साथ ही यहां बाल रोग विशेषज्ञों की तैनाती भी की जाएगी।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 03:43 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 03:43 PM (IST)
उत्‍तराखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुचाए जांएगे आक्सीजन कंसन्ट्रेटर
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी का कहना है कि विभाग तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी कर रहा है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश सरकार कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुट गई है। इस कड़ी में अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आक्सीजन कंसन्ट्रेटर पहुंचाने की तैयारी है। साथ ही यहां बाल रोग विशेषज्ञों की तैनाती भी की जाएगी। मकसद यह कि आपात स्थिति में संक्रमित को तुरंत प्राथमिक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सके।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी तेज रही। इस दौरान संक्रमितों का आंकड़ा एक दिन में नौ हजार तक पहुंच गया था। संक्रमण से कई मौतें भी हुई। दूसरी लहर में संक्रमण का सबसे अधिक असर फेफड़ों पर देखने को मिला। इससे मरीजों को आक्सीजन की कमी के कारण सांस की काफी दिक्कत महसूस हुई। चिकत्सा सुविधाओं की कमी की स्थिति यहां तक पहुंची की मरीजों को अस्पतालों में बेड तक नहीं मिले। जहां बेड मिले, वहां आक्सीजन बेड नहीं थे। इससे बाजार में भी आक्सीजन सिलिंडर की खासी किल्लत रही। संक्रमण के मामले कम होने के बाद ही आक्सीजन की दिक्कत कुछ दूर हुई। पूरे देश में अब कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका जताई जा रही है। अंदेशा यह है कि इसका सबसे अधिक असर बच्चों पर पड़ेगा। कारण यह कि तब तक बडी संख्या में 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं और बुजुर्गों को कोरोना से बचाव की वैक्सीन लग चुकी होगी। बच्चों के लिए अभी वैक्सीन बाजार में नहीं आई है, इस कारण वे संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर से निबटने की तैयारियों में जुटा है। इसके लिए सभी जिला अस्पतालों में बाल रोग विशेषज्ञ तैनात किए जा रहे हैं। इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक में तैनात करने की तैयारी चल रही है। इसके साथ ही इन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। दूसरी लहर के कटु अनुभव को ध्यान में रखते हुए आक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं। इस कड़ी में प्रदेश सरकार आक्सीजन कंसन्ट्रेटर की खरीद भी कर रही है। इसके अलावा उन्हें विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं और कंपनियों से भी आक्सीजन कंसन्ट्रेटर मिले हैं, जिन्हें पर्वतीय जिलों को भेजा गया है।

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सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी का कहना है कि विभाग तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी कर रहा है। इसके लिए अधिसंख्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक आक्सीजन कंसन्ट्रेटर पहुंचा दिए गए हैं। इसके साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक भी आक्सीजन कंसन्ट्रेटर रखने की योजना है।

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