सिद्धपीठ महासू मंदिर के कपाट खुलने से उमड़ने लगे श्रद्धालु

चकराता कोरोना के चलते एक माह से बंद पड़े सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल के कपाट खोल दिए गये।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 08:06 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 08:06 PM (IST)
सिद्धपीठ महासू मंदिर के कपाट खुलने से उमड़ने लगे श्रद्धालु
सिद्धपीठ महासू मंदिर के कपाट खुलने से उमड़ने लगे श्रद्धालु

संवाद सूत्र, चकराता: कोरोना के चलते एक माह से बंद पड़े सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल के कपाट विधिवत रूप से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। मंदिर के कपाट खुलने से शनिवार को हनोल पहुंचे मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार आइएफएस डा. रघुवीर सिंह रावत समेत अन्य श्रद्धालुओं ने देवता के दर्शन कर मत्था टेका। मंदिर समिति ने देव दर्शन को आए सभी श्रद्धालुओं से कोविड के नियमों और सरकार की गाइड लाइन का अनुपालन करने की अपील की है।

वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दूसरी और भयानक लहर चलने से जौनसार-बावर के कई ग्रामीण इलाके इसकी चपेट में आ गए। क्षेत्र में कोरोना का प्रकोप बढ़ने से मंदिर प्रबंधन समिति ने जन सुरक्षा के लिहाज से सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल के कपाट बंद करने के साथ आमजन के प्रवेश पर रोक लगा दी। जनजाति क्षेत्र में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में होने से मंदिर समिति ने देवता की परपंरागत पूजा-पाठ व्यवस्था से जुड़े स्थानीय कारसेवकों से रायशुमारी के उपरांत करीब एक माह से बंद पड़े मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए। लोक मान्यता के अनुसार महासू मंदिर के कपाट खुलने से देव दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री के प्रमुख सलाहकार डा. आरबीएस रावत महासू देवता के दर्शन करने हनोल मंदिर पहुंचे। इसके अलावा अन्य इलाके से आए श्रद्धालुओं ने भी देवता के मंदिर में मत्था टेका और देश-प्रदेशवासियों को कोरोना महामारी के संकट से बाहर निकालने की कामना की। देव दर्शन के बाद सीएम के प्रमुख सलाहकार डा. आरबीएस रावत ने स्थानीय ग्रामीणों व कारसेवकों से मुलाकात कर उनकी समस्या जानी। मंदिर समिति के सचिव मोहनलाल सेमवाल ने कहा कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। मंदिर समिति ने सभी श्रद्धालुओं से नियमों का पालन करने की अपील की। सचिव ने कहा मंदिर समिति की पदेन अध्यक्ष उपजिलाधिकारी चकराता संगीता कनौजिया के निर्देशानुसार कोरोना की वजह से अभी कुछ दिन मंदिर में सराय-धर्मशाला और लंगर हाल का संचालन फिलहाल बंद रहेगा। हालत सामान्य होते की इसका संचालन शुरु किया जाएगा। इस दौरान पुजारी रामानंद डोभाल, मंदिर प्रबंधक नरेंद्र नौटियाल, सहायक प्रबंधक विक्रम सिंह राजगुरु, देवमाली मुकेश रावत, रोशनलाल, जयकिशन, आदि मौजूद रहे।

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