पुलिस महानिरीक्षक अमित सिन्हा बोले- नकली रेमडेसिवीर में केवल लेबल प्रिंटिंग आई सामने
पुलिस महानिरीक्षक अमित सिन्हा ने कहा कि नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के मामले में उत्तराखंड में केवल रुड़की में लेबल प्रिटिंग की बात सामने आई है। इसके अलावा कोई भी चीज यहां नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि दवाओं की कालाबाजारी को लेकर विभाग सख्ती से कदम उठा रहा है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: पुलिस महानिरीक्षक अमित सिन्हा ने कहा कि नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के मामले में उत्तराखंड में केवल रुड़की में लेबल प्रिटिंग की बात सामने आई है। इसके अलावा कोई भी चीज यहां नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि दवाओं की कालाबाजारी को लेकर विभाग सख्ती से कदम उठा रहा है।
रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पुलिस महानिरीक्षक अमित सिन्हा ने कहा कि दवाओं की कालाबाजारी रोकने के लिए टोल फ्री नंबर 112 पर भी शिकायत की व्यवस्था की गई है। बीते दो दिनों में पुलिस को 147 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। इसके बाद पुलिस ने पल्स आक्सीमीटर की ओवर रेटिंग के मामले में एक मुकदमा भी दर्ज किया है। कुछ शिकायतें गलत भी आ रही हैं लेकिन पुलिस अपनी कार्रवाई जारी रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पल्स आक्सीमीटर, जीवन रक्षक दवाओं और अस्पताल के बेड दिलाने को लेकर कालाबाजारी की कोई बात सामने आती है तो ऐसा करने वालों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस मास्क न पहनने वालों के चालान की कार्रवाई भी कर रही है, लेकिन अब आमजन में काफी जागरूकता आई है।
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होम आइसोलेशन एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग से संबंधित जानकारी देते हुए डीआइजी एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एसडीआरएफ द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले सभी मरीजों को फोन किए जा रहे हंै। पिछले छह दिनों में तकरीबन 26 हजार लोग होम आइसोलेशन में रह रहे थे। एसडीआरएफ की टीम रोजाना पांच हजार फोन काल करती है। उन्होंने कही कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत सामने आती है तो उनकी संबंधित डाक्टर से भी बात कराई जा रही है। बीते दो दिनों में 600 से ज्यादा मरीजों की डाक्टरों से बात कराई गई है।
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