Coronavirus संक्रमण का केंद्र बन रही मंडी, एक और आढ़ती मिला संक्रमित; बी-ब्लॉक भी सील

मंडी संक्रमण का केंद्र बनती जा रही है। यहां रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं। रविवार को एक और आढ़ती में कोरोना की पुष्टि हुई।

By Edited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 03:01 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 10:07 PM (IST)
Coronavirus संक्रमण का केंद्र बन रही मंडी, एक और आढ़ती मिला संक्रमित; बी-ब्लॉक भी सील
Coronavirus संक्रमण का केंद्र बन रही मंडी, एक और आढ़ती मिला संक्रमित; बी-ब्लॉक भी सील

देहरादून, जेएनएन। निरंजनपुर मंडी संक्रमण का केंद्र बनती जा रही है। यहां रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं। रविवार को एक और आढ़ती में कोरोना की पुष्टि हुई। चिंतित करने वाली बात यह है कि अब संक्रमण अलग-अलग ब्लॉक में मिल रहा है। 

निरंजनपुर मंडी में बढ़ रहे कोरोना के ग्राफ से आढ़तियों के साथ ही यहां काम करने वाले और सब्जी खरीदने आ रहे फुटकर व्यापारी दहशत में हैं। शहरवासियों में भी खौफ का माहौल है। रविवार को मंडी के बी-ब्लॉक में एक आढ़ती में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। जिसके बाद मंडी समिति ने प्रशासन के निर्देश पर बी-ब्लॉक की भी पांच दुकानें सील कर दी हैं। इससे पहले डी और ए ब्लॉक की दुकानें सील की जा चुकी हैं। अब तक मंडी से कुल 14 लोगों में संक्रमण पहुंच चुका है। शनिवार को मंडी के एक आढ़ती समेत उसके पूरे परिवार में कोरोना की पुष्टि हुई थी। प्रशासन ने नहीं दिखाई गंभीरता मंडी शुरू से ही हाई रिस्क जोन रहा, लेकिन प्रशासन ने यहां गंभीरता नहीं दिखाई। दैनिक जागरण के कई बार आगाह करने के बावजूद रैंडम सैंपलिंग नहीं की गई। 

हद तो यह है कि 22 मई को मंडी में पहला केस आने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग नहीं चेता। जब संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी, तब जाकर बीती 29 मई से यहां रैंडम सैंपलिंग शुरू की गई। दूसरे ब्लॉक में संक्रमण चिंताजनक मंडी में जो पहला संक्रमित मिला, वह डी-ब्लॉक के एक आढ़ती का कर्मचारी था। इसके बाद कर्मचारी का मुंशी पिता भी संक्रमित पाया गया। फिर पड़ोस की दुकान के आढ़ती और कर्मचारी भी संक्रमित पाए जाने लगे। डी-ब्लॉक के पास ही स्थित ए-ब्लॉक के भी दो आढ़ती पॉजिटिव मिले। 

अब बी-ब्लॉक में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद चुनौती और चिंता दोनों बढ़ गए हैं। आढ़तियों में दहशत, करा रहे जांच मंडी में कोरोना का संक्रमण फैलने से खौफजदा आढ़ती खुद ही निजी लैब में कोरोना की जांच करा रहे हैं। आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र आनंद ने बताया कि पहला केस आने के बाद से डी-ब्लॉक के आढ़तियों ने कोरोना के टेस्ट कराने शुरू कर दिए थे। इसके बाद मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा के साथ हुई बैठक में भी यह सहमति बनी थी कि एहतियात के तौर पर आढ़ती अपना कोरोना टेस्ट कराएं। कई आढ़ती निजी लैब से जांच करवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मंडी में रैंडम सैंपलिंग कर रही है।

सांसत में डाली शहरवासियों की जान

मंडी अब कोरोना संक्रमण का केंद्र बनने लगा है। यहां एक और आढ़ती में कोरोना की पुष्टि हो गई है। जाने-अनजाने में इस आढ़ती ने शहरवासियों की जान भी सांसत में डाल दी है। आढ़ती अभी तक मंडी में सब्जी बेच रहा था। रविवार को निजी लैब से जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आढ़ती को पता चला कि वह संक्रमित है।

निरंजनपुर मंडी कभी भी संक्रमण का केंद्र बन सकती है, यह बात 'दैनिक जागरण' लगातार उठाता रहा है। इसके बावजूद सिस्टम ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब जब मंडी के कई आढ़ती, कर्मचारी और उनके परिवार संक्रमित मिले तो यहां सैंपलिंग शुरू हुई। साथ ही आढ़तियों को भी स्वयं निजी लैब से जांच कराने को कहा गया।

रविवार को मंडी की स्थिति और खराब नजर आने लगी, जब एक नियमित मंडी आ रहे आढ़ती में कोरोना की पुष्टि हो गई। अब मंडी में संक्रमित होने के बाद यह आढ़ती कितने लोगों के संपर्क में आया और कहां-कहां गया, यह किसी को नहीं पता। हालांकि, पुलिस आढ़ती के संपर्क में आए लोगों की तलाश में जुट गई है।

कई कुंतल सब्जी बेच चुका आढ़ती

मंडी 22 मई को पहला केस आया था। वह कब और कहां संक्रमित हुआ, किसी को नहीं पता। इसके बाद केस बढ़ते गए, लेकिन सभी केस उन लोगों के थे, जो पहले केस के बाद होम क्वारंटाइन कर दिए गए थे। अब रविवार को पॉजिटिव आया आढ़ती दूसरे ब्लॉक का है और नियमित रूप से मंडी में पहुंच रहा था। अगर 22 मई से ही मान लिया जाए तो यह आढ़ती अब तक वेंडर को पांच सौ कुंतल से अधिक सब्जी बेच चुका है।

यह भी पढ़ें: Coronavirus: उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रहा कोरोना ग्राफ, दून अस्पताल का स्टाफ भी आया जद में

वेंडरों का पता लगाना चुनौती

संक्रमित होने के बाद आढ़ती की दुकान से सब्जी ले जाने वाले वेंडरों का पता लगाना बड़ी चुनौती है। यहीं नहीं, ये वेंडर अब तक किन-किन के संपर्क में आए, यह भी चिंता का विषय है। कहा जा सकता है कि मंडी के आढ़ती से सब्जी ले गए वेंडर कोरोना संक्रमण की चेन बन सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है। 

यह भी पढ़ें: Coronavirus: प्रवासियों की वापसी के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या कई गुणा बढ़ी

chat bot
आपका साथी