विदेशी नागरिकों के साथ ठगी करने वाला एक और गिरफ्तार, पढ़िए पूरी खबर
एसटीएफ उत्तराखंड की टीम ने आईटी पार्क स्थित आफिस में बैठकर विदेशी नागरिकों को ठगने वाले शातिर को गिरफ्तार कर लिया है। बीते सात अप्रैल को एडी डेवलपर्स एंड बिल्डर्स आईटी पार्क देहरादून से अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध का भारत से नेटवर्क चला रहे मास्टरमाइंड अर्जुन को गिरफ्तार किया गया था।
जागरण संवाददाता, देहरादून। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने आइटी पार्क में प्रॉपर्टी डीलिंग के ऑफिस की आड़ में विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य दिलीप धुपाल निवासी चंद्रबनी (देहरादून) को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित चमोली स्थित अपने पैतृक गांव में छिपा हुआ था। एसटीएफ ने उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी तो वह जंगल में जाकर छिप गया। 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एसटीएफ उसे ढूंढ पाई। इस गिरोह के पांच सदस्य अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि आरोपित अपने साथियों के साथ आइटी पार्क में फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था। वहां से एचपी, डेल, कैनन, लैक्समार्क जैसी कंप्यूटर और लैपटॉप निर्माता नामी कंपनियों के नाम पर विदेशी नागरिकों को फोन कर उनके कंप्यूटर/लैपटॉप में वायरस होने का झांसा दिया जाता था। इसके बाद उनसे वायरस हटाने के नाम पर लाखों रुपये वसूले जाते थे। एसटीएफ ने इसी सात अप्रैल को गिरोह के मास्टरमाइंड अर्जुन सिंह को गिरफ्तार किया था, जबकि दिलीप फरार हो गया था।
एसएसपी ने बताया कि अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद दिलीप देहरादून से ऋषिकेश पहुंचा। वहां उसने अपनी कार एक पार्किंग में खड़ी की और आठ अप्रैल को सुबह चार बजे बस से चमोली के लिए रवाना हो गया। वहां से दिलीप कर्णप्रयाग स्थित अपने पैतृक गांव टोंप पहुंचा। अर्जुन की निशानदेही पर सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे एसटीएफ की एक टीम ने टोंप में दबिश दी। इसकी जानकारी किसी तरह दिलीप को मिल गई और वह जंगल में जाकर छिप गया। इसके बाद एसटीएफ ने जंगल में तलाशी अभियान शुरू किया। तकरीबन 12 घंटे की मशक्कत के बाद देर रात आरोपित को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली। मंगलवार को एसटीएफ उसे लेकर देहरादून पहुंच गई। पार्किंग से उसकी कार बरामद करने के साथ ही लैपटॉप और मोबाइल कब्जे में ले लिया गया है।
अमेरिका में निपुन की गिरफ्तारी के बाद हुआ था गिरोह का पर्दाफाश
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि कुछ समय पहले अमेरिका में फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआइ) ने निपुन गंधोक नाम के शख्स को गिरफ्तार किया था। वह अमेरिकी नागरिकों को कंप्यूटर और लैपटॉप बनाने वाली नामी कंपनियों के नाम पर फोन कर उनके कंप्यूटर/लैपटॉप में वायरस होने का झांसा देकर ठगता था।
ये हैं गिरोह के सदस्य
अर्जुन सिंह (सरगना), दिलीप कुमार थुपेला, चिराग सलूजा, सुनील राजवंशी, नीनचन चक्रवर्ती, जीशान, गौरव
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