'Omicron Variant' का डर और बढ़ रहा संक्रमण, उत्तराखंड के सभी जिलों में हर दिन करनी होगी इतनी सैंपलिंग
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और देशभर में ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए सरकार सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में शासन ने सभी जिलों में कोरोना टेस्टिंग का लक्ष्य तय कर दिया है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Uttarakhand Corona Update उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और देशभर में ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए सरकार सक्रिय हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में शासन ने सभी जिलों में कोरोना टेस्टिंग का लक्ष्य तय कर दिया है। प्रतिदिन 40 हजार टेस्टिंग का लक्ष्य रखा गया है। शासन ने हर जिले में सैंपल टेस्टिंग के लिए लैब का चयन करने के साथ ही इनमें भेजे जाने वाले सैंपलों की संख्या भी निर्धारित कर दी है। किन्हीं कारणों से इन लैब के बंद होने पर सैंपल निजी लैब में भेजे जाएंगे। साथ ही संक्रमितों के संपर्क पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा इससे निपटने की तैयारियों में तेजी ला रहा है। इस कड़ी में सचिव स्वास्थ्य डा पंकज कुमार पांडेय ने सभी जिलाधिकारियों व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर कोरोना सैंपलिंग के घटते मामलों पर चिंता जताई है। उन्होंने नए वैरिएंट के दृष्टिगत विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की सैंपलिंग को कहा है। इसके साथ ही सभी संक्रमित व्यक्तियों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दून अस्पताल लैब में भेजने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने जिला स्तर पर पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के उच्च स्तरीय अधिकारियों को सम्मिलित करते हुए जिला स्तरीय निगरानी दल का गठन करने के निर्देश दिए हैं। इन टीमों की सूचना राज्य स्तरीय कोविड वार रूम में भेजने को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि जिस क्षेत्र में एक से अधिक संक्रमित व्यक्ति पाए जाएं, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएं और ऐसे क्षेत्र में मोबाइल टीम व हेल्थ कैंप के माध्यम से लक्षणों वाले मरीजों की मुफ्त जांच की जाए। इसके साथ ही शासन ने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) को पत्र लिखकर संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की पहचान व होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों पर निगरानी को पूर्व की भांति दल गठित करने को कहा है।